चेन्नई। सुपरस्टार रजनीकांत ने गुरुवार को स्पष्ट किया कि तमिलनाडु का मुख्यमंत्री बनने की उनकी ख्वाहिश कभी नहीं थी और राजनीति की उनकी योजना में भावी पार्टी और उसकी अगुवाई वाली संभावित सरकार के अलग-अलग प्रमुख होंगे।
अभिनेता ने 31 दिसंबर 2017 को राजनीति में आने का ऐलान करने के बाद अपनी पहली आधिकारिक प्रेस वार्ता में यह भी कहा कि उनकी योजना है कि मुख्यमंत्री के तौर पर किसी पढ़े-लिखे युवक को नियुक्त किया जाए, जो करुणामय हो और जिसमें आत्मसम्मान हो।
रजनीकांत ने कहा कि पार्टी और सरकार के लिए 2 अलग-अलग नेतृत्व व्यवस्था से पार्टी का प्रमुख मुद्दों को उठाने के लिए 'विपक्ष' के तौर पर काम करेगा और अगर सरकार प्रदर्शन करने में विफल रहती है तो वह सरकार के प्रमुख को 'हटाने' में संकोच नहीं करेगा।
उनकी भावी पार्टी की तवज्जो काफी संख्या में 45 साल से कम उम्र के युवाओं को शामिल करने की है। इसके अलावा सेवानिवृत्त न्यायाधीशों, आईएएस एवं आईपीएस अधिकारियों समेत अन्य को शामिल करने की है। 69 वर्षीय अभिनेता ने कहा कि मैं खुद उनसे संपर्क करके उन्हें आमंत्रित करूंगा।
उम्मीदों के विपरीत उन्होंने अपनी पार्टी बनाने को लेकर कोई ठोस बयान नहीं दिया, लेकिन युवाओं के आंदोलन का आह्वान किया जिसके बाद वे औपचारिक रूप से राजनीति में प्रवेश में करेंगे।