सिरसा। डेरा सच्चा सौदा के मुख्यालय वाले सिरसा में स्थिति के नियंत्रण में होने का दावा करते हुए पुलिस ने कहा है कि पिछली रात से जिले में हिंसा की कोई खबर नहीं है।
डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को यौन उत्पीड़न के मामले में कल दोषी करार दिए जाने के बाद हरियाणा में भड़की हिंसा, आगजनी और पुलिस की गोलीबारी में कम से कम 30 लोग मारे गए और 250 लोग घायल हो गए। इनमें से 28 लोग हिंसा का केंद्र बने पंचकूला में मारे गए जबकि दो लोग सिरसा में मारे गए।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'कल रात से हिंसा की कोई खबर नहीं है। कानून-व्यवस्था की स्थिति नियंत्रण में है।' कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सेना ने इलाके में फ्लैग मार्च निकाला था। किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए प्रशासन ने कर्फ्यू जैसे प्रतिबंध लगाए हुए हैं। इसके चलते सामान्य जनजीवन थम सा गया है।
सेना की दो और अर्धसैन्य बलों की 10 कंपनियां तैनात की गई हैं। पुलिस कर्मियों ने स्थानीय लोगों से घरों के अंदर रहने के लिए कहा है।
कल पंचकूला में सीबीआई जज जगदीप सिंह ने डेरा के प्रमुख राम रहीम (50) को बलात्कार के मामले में दोषी ठहराया था। डेरा प्रमुख को वर्ष 2002 में लिखी गई एक लिखित शिकायत के आधार पर दोषी करार दिया गया। इस शिकायत में आरोप लगाया गया था कि उसने दो साध्वियों का यौन उत्पीड़न किया।
पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के निर्देशों पर डेरा राम रहीम के खिलाफ दिसंबर 2002 में सीबीआई ने मामला दर्ज किया। ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा पाए हुए राम रहीम के खिलाफ 28 अगस्त को सजा सुनाई जाएगी। (भाषा)