बेंगलुरु। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कांग्रेस को भ्रष्ट कहे जाने पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की आलोचना करते हुए उन्हें प्रदेश भाजपा में दागी लोगों को शामिल करने वाला एक राजनीतिक सौदागर करार दिया।
भ्रष्टाचार के बारे में बात करने के बावजूद भर्ती, तबादला, पदोन्नति, अनुदान आवंटन, कार्यों का क्रियान्वयन और बिल के भुगतान में 40 प्रतिशत कमीशन के आरोपों का सामना करने वाले भाजपा की प्रदेश इकाई के नेताओं को पार्टी में बरकरार रखे जाने को लेकर सिद्धरमैया ने शुक्रवार रात सिलसिलेवार ट्वीट में शाह पर कटाक्ष किए।
सिद्धरमैया ने कहा कि यह मजेदार है कि गृह मंत्री अमित शाह, एक राजनीतिक सौदागर, जिन्होंने मुख्यमंत्री पद को 2,000 करोड़ रुपए में बिक्री के लिए रखा है वह कांग्रेस पार्टी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि ऑपरेशन लोटस के जरिये अवैध रूप से सत्ता में आने के बाद से ही भाजपा सरकार ने गरीबों को मौत और भ्रष्ट लोगों को संपत्ति दी है और विधान सौध को भ्रष्टाचार का केंद्र बना दिया है। 40 प्रतिशत में आपका कितना हिस्सा है, श्रीमान अमित शाह?
कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता ने यह भी आरोप लगाया कि राज्य में भाजपा नेताओं द्वारा 40 प्रतिशत कमीशन मांगे जाने के चलते कुछ ठेकेदारों ने आत्महत्या कर ली। उन्होंने यह भी जानना चाहा कि क्या इन ठेकदारों को न्याय मिला।
सिद्धरमैया ने यह भी कहा कि कर्नाटक को माल एवं सेवा कर (जीएसटी) मुआवजा में अपना पूरा हिस्सा नहीं मिला है। उन्होंने दावा किया कि राज्य में केंद्र प्रायोजित परियोजनाओं को अनुदान जारी नहीं किया गया है और किसानों को अत्यधिक बारिश के कारण हुए फसलों के नुकसान का मुआवजा प्राप्त नहीं हुआ है।
चुनावी राज्य कर्नाटक में कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के लिए पिछले दो दिनों से शाह के बेंगलुरु में मौजूद रहने के मद्देनजर कांग्रेस नेता ने ये ट्वीट किये।
आरोपों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, भाजपा की कर्नाटक इकाई ने कहा कि कमीशन के बारे में झूठ कांग्रेस के दुष्प्रचार का एक हिस्सा है और बार-बार कहने के बावजूद यह कभी सच नहीं बन जाएगा। भाषा