जम्मू। अलगाववादी हर साल 13 जुलाई को शहीद दिवस के तौर पर मनाते हैं। इसी दिन डोगरा महाराजा की सेनाओं द्वारा श्रीनगर सेंट्रल जेल के बाहर गोलीबारी हुर्इ थी, जिसमें करीब 22 लोग मारे गए थे। इसी गोलीबारी के विरोध में आज श्रीनगर बंद रखा गया है। इसे दौरान अमरनाथ यात्रा भी रोक दी गई है और सुरक्षा भी सख्त की गई है।
खबरों के मुताबिक, अलगाववादियों के संयुक्त संगठन ज्वाइंट रजिस्टेंस लीडरशिप (जेआरएल) की ओर से आज यह बंद रखा गया है। अलगाववादियों के इस बंद का असर अमरनाथ यात्रा पर देखने को मिला है। इसके कारण एक दिन के लिए यात्रा रोक दी गई।
अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले किसी भी तीर्थयात्री को जम्मू से कश्मीर घाटी की ओर जाने की इजाजत नहीं दी गई है। पुलिस ने अलगाववादियों के प्रदर्शनों को देखते हुए कानून-व्यवस्था और अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर ऐहतियात के तौर पर यह कदम उठाया गया है।
बंद को देखते हुए यात्रा मार्ग समेत अन्य संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा के तगड़े बंदोबस्त किए गए हैं। उच्च अधिकारियों की तरफ से निर्देश जारी होने के बाद ही अमरनाथ यात्रियों के नए जत्थे को आगे जाने की अनुमति दी जाएगी। शुक्रवार को यहां के आधार शिविर से 5395 तीर्थयात्री अमरनाथ गुफा के दर्शन के लिए रवाना हुए।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले 8 जुलाई को हिजबुल कमांडर आतंकी बुरहान वानी की बरसी पर अलगाववादियों ने विरोध प्रदर्शन के कारण अमरनाथ यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों के जत्थे को रवाना होने से रोका था।