केरल में इन दिनों एक ऑडियो काफी वायरल हो रहा है, जिसमें एक व्यक्ति ने आरोप लगाया है कि कोट्टायम शहर में 5 पादरियों ने उसकी पत्नी का यौन शोषण किया। खबर है कि चर्च ने पांचों पादरियों को उनके पद से हटा दिया है।
कोट्टायम जिले के थिरुवल्ला निवासी पति का कहना है कि पादरी ने शादी से पहले भी उसकी पत्नी का यौन शोषण किया था। महिला के पति का आरोप है कि इन पादरियों ने चर्च में ईश्वर के समक्ष पाप (कन्फेशन) स्वीकार करने आई महिला के साथ यौन उत्पीड़न किया।
दरअसल, बेटी के बैप्टिज्म कार्यक्रम के दौरान चर्च के एक पादरी के समक्ष यौन शोषण की बात स्वीकार की थी। महिला के कन्फेशन को ही उस पादरी ने ब्लैकमेल का आधार बना लिया और उसका यौन शोषण किया।
महिला का शोषण यहीं नहीं रुका। उस पादरी ने भी यह बात अन्य पादरियों को बताई तो उन्होंने भी महिला का यौन शोषण किया। इस तरह पांच पादरियों ने उसका यौन शोषण किया।
ऑडियो क्लिप में महिला के पति ने कहा है कि उसने मलांकारा ऑर्थोडॉक्स चर्च में इस मामले की शिकायत भी दर्ज कराई थी कि उसकी पत्नी के गुप्त कन्फेशन को ब्लैकमेलिंग का जरिया बनाया गया। साथ ही आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने में देरी की गई।
इस बीच,चर्च के प्रवक्ता ने कहा कि पांचों पादरियों को निलंबित कर दिया गया है। हालांकि चर्च ने उन पांचों के नाम गुप्त रखे हैं। साथ ही इस संबंध में पुलिस में भी शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है।
पीड़िता के पति का यह भी दावा है कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए उसके पास पर्याप्त सबूत हैं। इनमें तीन पादरी नीरानाम धर्म प्रांत के हैं, एक दिल्ली का जबकि एक पेंडलम धर्मप्रांत का है।
महिला के पति यह भी आग्रह किया है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए साथ ही उनकी पहचान को भी उजागर नहीं किया जाना चाहिए।