कोलकाता। पश्चिम बंगाल में कोविड महामारी की स्थिति में सुधार के मद्देनजर राज्य सरकार ने आठवीं से लेकर 12वीं तक के छात्रों के लिए तीन फरवरी से ऑफलाइन कक्षाएं बहाल करने की मंजूरी दे दी है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को बताया कि राज्य के सभी कॉलेज, विश्वविद्यालय और पॉलीटेक्निक संस्थान भी तीन फरवरी से खुल जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्राथमिक स्कूल फिलहाल बंद रहेंगे। हम प्राथमिक स्कूल खोलने पर बाद में फैसला लेंगे।
उड़ानों पर पाबंदी हटाई : ममता ने कहा कि दिल्ली और मुंबई से आने-जाने वाली सभी उड़ानें अब हफ्ते में तीन दिन के बजाय रोजाना संचालित होंगी। उन्होंने बताया कि ब्रिटेन और कोलकाता के बीच की उड़ानों पर लगी पाबंदी भी हटा दी गई है, लेकिन यात्रियों को आरटी-पीसीआर जांच से गुजरना होगा।
दफ्तरों, सिनेमाघरों में 75 फीसदी उपस्थिति : मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार ने पहले दफ्तरों में 50 फीसदी के मुकाबले अब 75 प्रतिशत कर्मचारियों की उपस्थिति को मंजूरी दे दी है। ममता के मुताबिक, राज्य में रात्रि कर्फ्यू की अवधि में भी एक घंटे की कमी की गई है और लोगों की आवाजाही पर अब रात 11 बजे से लेकर सुबह पांच बजे तक रोक रहेगी।
उन्होंने बताया कि सिनेमाघरों और ऑडिटोरियम को भी 75 फीसदी दर्शकों के साथ शो के संचालन की अनुमति दे दी गई है। ममता ने दावा किया कि पश्चिम बंगाल में कोविड महामारी की स्थिति में काफी सुधार आया है और इसी के आधार पर कुछ रियायतें दी जा रही हैं।
फैसले का स्वागत : स्कूल-कॉलेज खोलने की मांग कर रहे छात्र संगठनों ने सरकार के फैसले का स्वागत किया। एसएफआई के राज्य महासचिव सृजन भट्टाचार्य ने कहा, लाखों छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ करने के बाद सरकार ने आखिरकार हमारी जायज मांग मान ही ली।
वहीं, एबीवीपी ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने छात्रों को फायदा पहुंचाने वाला एक साधारण फैसला लेने में बेवजह देरी की जबकि, तृणमूल छात्र परिषद ने कहा कि मुख्यमंत्री ने समय पर उपयुक्त निर्णय लिया है।