लखनऊ। उत्तर प्रदेश के लखनऊ में रविवार को आम आदमी पार्टी के प्रदेश कार्यालय पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बातचीत करते हुए राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि योगी आदित्यनाथ पिछले दिनों बंगाल गए थे और बंगाल में चुनावी रैली में कहा कि हम गुंडों को ठीक कर देंगे, गुंडे भीख मांगने के काबिल नहीं रहेंगे, लेकिन मुझे पता नहीं है कि आदित्यनाथ जी को यह सब कहते हुए शर्म आती है कि नहीं आती है, लेकिन यूपी की बेटियों को जरूर शर्म आती है।
आपने नारी शक्ति का मिशन चला रखा है लेकिन आप के राज में उत्तर प्रदेश एक ऐसा प्रदेश बन गया जहां पर हाथरस के अंदर छेड़खानी की शिकायत करने वाली लड़की के पिता को गोलियों से भून दिया जाता है और बेटी को अपने बाप को कंधा देना पड़ता है। उत्तर प्रदेश से ज्यादा शर्मनाक स्थिति हिंदुस्तान के किसी भी राज्य में नहीं है, जहां बिटिया आत्महत्या करना पसंद करती है, बेटियों के पिता आत्महत्या करना पसंद करते हैं लेकिन वो न्याय की उम्मीद नहीं रखते।
यूपी में स्वास्थ्य व्यवस्था बद से बदतर : संजय सिंह ने कहा कि केरल में घूम-घूम कर योगी जी उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था का बखान करते हैं लेकिन सिद्धार्थनगर में एक महिला को हॉस्पिटल में जगह नहीं मिलती और दुर्भाग्य देखिए उस महिला को गोदाम में बच्चे को जन्म देना पड़ता है। संजय सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं का योगी जी बाहर बखान करते हुए थकते नहीं हैं।
लेकिन सच तो यह है कि उत्तर प्रदेश में एक प्राइवेट हॉस्पिटल में पैसा न होने की वजह से एक गरीब परिवार की 3 साल की बच्ची खुशी की जान चली जाती है। मैं पूछना चाहता हूं, क्या उत्तर प्रदेश में यही स्वास्थ्य की व्यवस्था है।मैं योगी आदित्यनाथ से और उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री से पूछना चाहता हूं कि क्या इस गरीब बच्ची का प्राइवेट अस्पताल में इलाज नहीं हो सकता था पैसे न होने की वजह से।
भ्रष्टाचार करो और पानी में दलाली खाओ : संजय सिंह ने कहा कि मैंने पहले कई बार उत्तर प्रदेश में कई घटनाओं का खुलासा किया है। जैसे कि कोरोना में दलाली का मामला,मिड डे मील में दलाली का मामला, बच्चों के मोजे-किताबों में दलाली का मामला, स्वास्थ्य में दलाली, शिक्षा में दलाली चारों तरफ दलाली और भ्रष्टाचार ही भ्रष्टाचार फैला हुआ है।
अभी एक नई योजना आई है, हर घर में नल और जल, हमने बचपन से सुना है कि जल ही जीवन है, योगी जी का कहना है की जल ही दोहन है, इसमें भ्रष्टाचार करो और पानी में भी दलाली खाओ, इस योजना में अभी योजना शुरू ही नहीं हुई और भ्रष्टाचार हो गया, गांव बसा ही नहीं और लुटेरे पहले आ गए।120000 करोड़ की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिनमें विंध्य क्षेत्र में, बुंदेलखंड के क्षेत्र में, उत्तर के क्षेत्र में इस योजना के माध्यम से घर-घर में पानी पहुंचाने की योजना सरकार की है।
इस योजना में 60000 करोड़ केंद्र सरकार देगी और 60000 करोड़ राज्य सरकार देगी।केरल में एक ऐसी ही योजना में 0.2% पैसा थर्ड पार्टी के लिए रखा गया, देश के अन्य राज्यों में नियमों का पालन किया गया। इस प्रोजेक्ट की निगरानी के लिए केंद्र सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक, थर्ड पार्टी को प्रोजेक्ट का 0.4% दिया जाना चाहिए
तमिलनाडु में भी एक ऐसी ही योजना में 0.4% पैसा थर्ड पार्टी के लिए रखा गया, लेकिन उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के जल शक्ति मंत्री ने थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन के लिए कुल बजट का 1.33% अलाट कर दिया।योजना धरातल पर आने से पहले ही योगी सरकार ने 1500 करोड़ रुपए का टेंडर अपनी चहेती कंपनियों को दे दिया, हमारी मांग है कि इसकी जांच सीबीआई से होनी चाहिए।