तिरुवनंतपुरम। सबरीमाला मंदिर के तंत्री (प्रधान पुजारी) कंदरारू राजीवारू ने मंदिर में रजस्वला आयु वर्ग (10 से 50 वर्ष) की दो महिलाओं के प्रवेश के चलते मंदिर का शुद्धिकरण करने के आरोपों को खारिज कर दिया और इसे बेबुनियाद बताया है।
त्रावणकोर देवस्वओम बोर्ड (टीडीबी) को दिए गए 11 पन्ने के अपने जवाब में तंत्री ने कहा कि यह कार्य देवता की कृपा को बहाल करने के लिए किया गया था।
तंत्री ने कहा कि मंदिर ने चितहरा अट्टा महोत्सव और मंडला-मकराविलाक्कु के दौरान कई मुद्दों का सामना किया था। जब इस तरह की चीजें होती हैं तो हमें देवता की खोई कृपा बहाल करने के लिए शुद्धिकरण करने की जरूरत होती है।