पटना। बिहार के पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह ने शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक नाराजगीभरा पत्र लिखकर आरोप लगाया कि जनता दल (यूनाइटेड) के शीर्ष नेता ने लोगों का विश्वास खो दिया है। राजद विधायक ने सोशल मीडिया पर 3 पन्नों का अपना यह पत्र साझा किया है। उन्होंने तंज कसते हुए अपने को शून्य ज्ञान वाला विधायक बताते हुए नीतीश को लिखे पत्र में अपना हस्ताक्षर किया है।
पहली बार विधायक बने सुधाकर ने मुख्यमंत्री को लिखे अपने पत्र में कहा कि मेरे द्वारा किसानों के मुद्दे पर उठाए जा रहे सवालों पर कल शुक्रवार को आपके द्वारा दिए गए वक्तव्यों की जानकारी मिली। सुधाकर के पिता जगदानंद सिंह राजद के प्रदेश अध्यक्ष हैं और पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद के विश्वासपात्र माने जाते हैं। सुधाकर ने तंज कसते हुए अपने को शून्य ज्ञान वाला विधायक बताते हुए मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में अपना हस्ताक्षर किया है।
अपने पत्र में पूर्व कृषिमंत्री सुधाकर ने मुख्यमंत्री के दावों को मनगढ़ंत बातें करार देते हुए कहा कि हमें पता है कि आपका जानकारी, आंकड़ों और जमीनी हकीकत से कोई वास्ता नहीं है। हाल के दिनों में आपने गफलत में रहने का नया शौक पाला है।
उन्होंने आरोप लगाया कि निजी स्वास्थ्य पर शायद इसका कुछ ज्यादा असर नहीं पड़े, मगर लोकहित के लिए गफलत में रहना ठीक नहीं इसलिए यह शौक जल्द से जल्द छोड़ दीजिए। और हां, आपकी एक बात से मैं सहमत हूं कि जनता मालिक है। आगामी चुनावों में अपनी पसंद का कोई भी क्षेत्र चुन लीजिएगा, जनता इसकी उदाहरण के साथ पुष्टि भी कर देगी कि बिहार के लोगों का आपसे भरोसा उठ चुका है।
इस बीच भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि वर्ष 2021 में जब हम जदयू के गठबंधन सहयोगी थे, हमारे एमएलसी टुन्नजी पांडे को नीतीशजी के खिलाफ बोलने के लिए निलंबित कर दिया गया था। लेकिन महागठबंधन में हर पार्टी दूसरे को औकात बता रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सुधाकर सिंह के मामले में नीतीश कुमार बहुत असहाय नजर आते हैं जबकि राजद नेतृत्व ने जानबूझकर अज्ञानता दिखाते हुए अपनी आंखें बंद कर ली हैं। राजद चाहता है कि नीतीश कुमार जल्द से जल्द तेजस्वी यादव के लिए मुख्यमंत्री पद छोड़ दें।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta