नई दिल्ली/कोटा। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) ने प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) की गैरकानूनी गतिविधियों से जुड़े एक मामले में शनिवार को राजस्थान में 7 स्थानों पर छापेमारी की।
संघीय आतंकवाद रोधी एजेंसी के एक प्रवक्ता ने कहा कि कोटा में तीन स्थानों पर तथा माधोपुर, भीलवाड़ा, बूंदी और जयपुर जिलों में एक-एक स्थान पर छापेमारी की गई। उन्होंने बताया कि ये छापे संदिग्धों के आवासीय और वाणिज्यिक परिसरों पर मारे गए। अधिकारी ने कहा कि छापेमारी के दौरान डिजिटल उपकरण, एक एयरगन, धारदार हथियार और दस्तावेज जब्त किए गए।
प्रवक्ता ने कहा कि छापेमारी उस मामले में आगे की कार्रवाई के तहत की गई जो एनआईए ने पिछले साल 19 सितंबर को विश्वसनीय सूत्रों से यह जानकारी मिलने के बाद दर्ज किया था कि पीएफआई सदस्य सादिक सर्राफ (बारां निवासी) और मोहम्मद आसिफ (कोटा निवासी) अन्य के साथ गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त हैं। प्रवक्ता ने कहा कि मामले में जांच जारी है।
इस बीच, एनआईए की एक टीम कोटा के विज्ञान नगर इलाके में अमन कॉलोनी पहुंची, जहां एजेंसी ने अधिवक्ता अंसार इंदौरी के घर पर छापा मारा और कुछ दस्तावेज बरामद किए।
छापेमारी के बाद इंदौरी ने कहा कि एनआईए की टीम ने उनसे एक अदालत में चल रहे एक मामले आरसी 41/2022/एनआईए/डीएलआई के बारे में पूछताछ की, जिसे राजस्थान उच्च न्यायालय में चुनौती दी गई थी और वह इस मामले में कानूनी परामर्शदाता है।
अधिवक्ता ने आरोप लगाया कि इस कदम (एनआईए द्वारा छापेमारी) का उद्देश्य उन्हें अदालत में मामले को चुनौती देने के लिए परेशान करना था।
इंदौरी ने कोटा में पत्रकारों से कहा कि टीम शनिवार सुबह लगभग 5.15 बजे मेरे घर पहुंची और मुझे पुलिस थाने ले गई जहां उन्होंने मुझसे सुबह लगभग 7.40 बजे तक पूछताछ की। उन्होंने मेरे घर से मानवाधिकारों पर कुछ रिपोर्ट और प्रसिद्ध मानवाधिकार कार्यकर्ताओं द्वारा लिखी गई कुछ किताबें जब्त कीं। हालांकि, अधिवक्ता ने पीएफआई के साथ किसी भी तरह के संबंध से इनकार किया है।
सूत्रों के मुताबिक, एनआईए की एक और टीम शनिवार तड़के लगभग चार बजे बूंदी शहर की महावीर कॉलोनी पहुंची और पीएफआई के बूंदी जिलाध्यक्ष अनीस अंसारी के घर पर तलाशी अभियान चलाया। हालांकि अंसारी घर में नहीं मिले।
सूत्रों ने बताया कि अंसारी के परिवार के सदस्यों के अनुसार, वह एक शादी समारोह के सिलसिले में शहर से बाहर थे। एनआईए की टीम ने घर से मोबाइल फोन और कुछ दस्तावेज बरामद किए हैं। अंसारी ने 2018 में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया से राज्य विधानसभा चुनाव लड़ा था। भाषा