केंद्रपाड़ा। ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले में ब्राह्मणी नदी में मछली पकड़ने गए एक मछुआरे को दुर्लभ और लुप्तप्राय प्रजाति का कछुआ मिला है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी के मुताबिक वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की पहली अनुसूची के तहत संरक्षित कछुआ गुरुवार को भीतरकनिका वन्यजीव अभयारण्य के नजदीक जयकुंडा गांव के पास एक मछुआरे के जाल में फंसा। दुर्लभ प्रजाति के कछुए को वन विभाग को सौंपने के लिए कैलाश बारिक नामक मछुआरे को एक हजार रुपए का इनाम दिया जाएगा।
राजनगर मैंग्रोव के संभागीय वन अधिकारी जे डी पति ने कहा कि दुर्लभ प्रजाति के कछुए को बाद में नदी में छोड़ दिया गया।
इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (IUCN) ने कछुए की इस प्रजाति को विलुप्त होती प्रजातियों की अपनी सूची में रखा है। इस कछुए के मांस और इसकी कठोर बाहरी परत के लिए बड़े पैमाने पर इसका शिकार किया जाता है। यह कछुआ प्रमुख रूप से उत्तरी और मध्य भारत, बांग्लादेश, नेपाल और पूर्वी पाकिस्तान में पाया जाता है।