रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने गुरुवार को यहां घोषणा की कि झारखंड देश का पहला राज्य है, जहां महिलाओं को प्रथम गैस रिफिल के साथ ही नि:शुल्क गैस चूल्हा भी उपलब्ध कराया जा रहा है और 23 अगस्त से दूसरा गैस सिलेंडर भी मुफ्त दिया जाएगा।
देश के 73वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर उन्होंने यहां मोराबादी मैदान में स्वतंत्रता दिवस की परेड की सलामी लेने के बाद अपने संबोधन में यह घोषणा की।
उन्होंने कहा कि अब तक राज्य की 31 लाख से अधिक महिलाओं ने प्रथम गैस रिफिल के साथ ही निःशुल्क गैस चूल्हा देने की योजना का लाभ लिया है। दास ने कहा कि 30 सितंबर तक 12 लाख अतिरिक्त महिलाओं को इस योजना का लाभ दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि देश की महिलाओं को लकड़ी आधारित ईंधन के प्रयोग के कारण होने वाली बीमारियों से बचाने एवं पर्यावरण स्वच्छता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रारंभ की गई प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का लाभ हमारे राज्य की सभी महिलाओं को भी मिल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रक्षाबंधन के अवसर पर हमारी सरकार ने अपनी बहनों को तोहफा देते हुए दूसरा गैस सिलेंडर भी मुफ्त में देने का निर्णय लिया है, जो जन्माष्टमी के अवसर पर 23 अगस्त से शुरू होगा।
उन्होंने कहा कि महिलाएं हमारी संस्कृति और हमारी सामाजिक प्रणाली का मुख्य आधार हैं। झारखंड के भविष्य का हमारा सपना तभी साकार हो सकता है, जब महिलाओं को शिक्षित किया जाए, आर्थिक दृष्टि से उनका विकास किया जाए। सखी मंडलों के माध्यम से स्वरोजगार देकर आर्थिक सशक्तीकरण किया जा रहा है।
दास ने कहा कि झारखंड का युवा ही झारखंड की शक्ति है। उसके हाथ में हुनर देना, कार्य का अवसर देना यह मेरी सबसे बड़ी प्राथमिकता है, क्योंकि झारखंड के विकास को और आगे ले जाने के लिए इससे बड़ी कोई पूंजी हमारे पास हो ही नहीं सकती। हम उसे आगे बढ़ाना चाहते हैं। अभी सरकारी नौकरी में 1 लाख नियुक्ति हो चुकी है तथा 50 हजार नियुक्तियों की प्रक्रिया जारी है।
उन्होंने कहा कि राज्य के युवाओं का कौशल विकास कर निजी क्षेत्र में 1 लाख 90 हजार युवाओं को रोजगार दिया गया है। टेक्सटाइल एवं फूड प्रोसेसिंग में 68 हजार युवक एवं युवतियों को प्रत्यक्ष एवं 2 लाख लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार उपलब्ध कराए गए हैं। मुद्रा लोन से राज्य के 14 लाख 50 हजार नौजवानों को स्वरोजगार का अवसर दिया गया है। भारत सरकार के सार्वजनिक उपक्रमों में राज्य के 10 हजार नौजवानों को नौकरी मिली। (भाषा)