नई दिल्ली। भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा को पैगंबर के विरुद्ध उनकी कथित टिप्पणी के कारण गिरफ्तारी की मांग करते हुए जामा मस्जिद इलाके में बिना अनुमति के प्रदर्शन करने एवं सांप्रदायिक वैमनस्य फैलाने के आरोप में 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने इस प्रदर्शन से खुद को दूर कर लिया था और कहा था कि किसी को पता नहीं है कि ये प्रदर्शनकारी कौन थे। उन्होंने ऐसे लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की थी।
पुलिस ने रविवार को बताया कि दोनों को शनिवार रात को गिरफ्तार किया गया और उनकी पहचान जामा मस्जिद इलाके के मोहम्मद नदीम (43) और तुर्कमान गेट इलाके के फहीम (37) के रूप में की गई है।
पुलिस उपायुक्त (मध्य) श्वेता चौहान ने कहा कि 10 जून को जुमे की नमाज के बाद जामा मस्जिद इलाके में बिना अनुमति के प्रदर्शन किया गया था। भादंसं की धारा 188 (जनसेवक के आदेश की अवहेलना) के तहत प्रदर्शनकारियों के विरुद्ध जामा मस्जिद थाने में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
इलाके में सांप्रदायिक वैमनस्य को बढ़ावा देने को लेकर भादंसं की धारा 153ए भी जोड़ी गई है। इस प्रदर्शन में शामिल अन्य व्यक्तियों की पहचान करने के लिए जांच की जा रही है।
पुलिस के अनुसार, जुमे की नमाज के बाद बड़ी संख्या में लोग इस प्रसिद्ध मस्जिद की सीढ़ियों पर जमा हो गए थे और उनके हाथों में तख्तियां थीं। वे पैगंबर मोहम्मद के विरुद्ध कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी करने को लेकर शर्मा तथा दिल्ली भाजपा के पूर्व मीडिया प्रमुख नवीन जिंदल के विरुद्ध नारे लगा रहे थे।
जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने इस प्रदर्शन से खुद को दूर कर लिया था और कहा था कि किसी को पता नहीं है कि ये प्रदर्शनकारी कौन थे। उन्होंने ऐसे लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की थी।(भाषा)