जयपुर। मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, शिक्षा का मूल उद्देश्य समेकित विकास, परस्पर सहयोग की भावना एवं बेहतर इंसान का निर्माण है। वे मणिपाल विश्वविद्यालय जयपुर के दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि थे। उन्होंने शिक्षा में बेहतरी के लिए भारत सरकार द्वारा शिक्षा एवं अनुसंधान की दिशा में किए जा रहे प्रमुख प्रयासों का उल्लेख किया।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में राजस्थान कैबिनेट की उच्च एवं तकनीकी शिक्षामंत्री विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग शिक्षामंत्री किरण माहेश्वरी एवं राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी उपस्थित थे। इस दौरान विश्वविद्यालय में संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों में यूजी, पीजी एवं पीएचडी पूर्ण कर चुके 1013 विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की गई।
समारोह में 671 इंजीनियरिंग के यूजी एवं पीजी के विद्यार्थी 337 नॉन इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों और 5 पीएचडी के विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की गई। इसके साथ ही विश्वविद्यालय में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले 21 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक से भी नवाजा गया। तीन अन्य गोल्ड मेडल क्रमशः ओवर ऑल परफॉरमेंस, एक्सट्रा करिक्यूलर एक्टीविटीज और रिसर्च में सर्वश्रेष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को दिए गए।
समारोह की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के चेयरपर्सन प्रो. के. रामनारायण ने की। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के प्रेसीडेंट प्रो. संदीप संचेती ने जावेड़कर का बतौर मुख्य अतिथि समारोह में शामिल होने पर आभार प्रकट किया।