जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ने जा रहे हैं। ऐसे में अब राज्य में नए मुख्यमंत्री को लेकर खींचतान तेज हो गई है। एक तरफ जहां नए मुख्यमंत्री के रूप में सचिन पायलट का नाम सबसे आगे है, तो वहीं दूसरी ओर गहलोत गुट के विधायक फिलहाल पायलट को मुख्यंमत्री के रूप में नहीं देखना चाहते हैं।
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कांग्रेस नेता और विधायक राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के निवास पहुंचे।
कांग्रेस विधायक प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा- 100 से अधिक विधायक एक तरफ हैं और 10-15 विधायक एक तरफ हैं। 10-15 विधायकों की बात सुनी जाएगी और बाकी की नहीं। पार्टी हमारी नहीं सुनती, अपने आप फैसले हो जाते हैं। सरकार नहीं गिरी है। हमारे परिवार के मुखिया (अशोक गहलोत) हमारी बात सुनेंगे तो नाराजगी दूर हो जाएगी। लोकतंत्र संख्या बल से चलता है। राजस्थान के विधायक जिसके साथ होंगे, नेता वही होगा।
प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि सभी विधायक गुस्से में हैं और इस्तीफा दे रहे हैं। हम इसके लिए अध्यक्ष के पास जा रहे हैं। विधायक इस बात से खफा हैं कि CM अशोक गहलोत उनसे सलाह लिए बिना फैसला कैसे ले सकते हैं।
मीडिया में ये भी खबरें हैं कि कांग्रेस के 82 विधायक सामूहिक इस्तीफा दे सकते हैं।
कांग्रेस पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे, अजय माकन, अशोक गहलोत के साथ कांग्रेस विधायक दल की बैठक से पहले मुख्यमंत्री आवास पहुंचे; सचिन पायलट भी वहां मौजूद हैं।
कांग्रेस आलाकमान ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को पार्टी के प्रदेश प्रभारी अजय माकन के साथ पर्यवेक्षक के रुप में भेजा हैं। माना जा रहा है कि बैठक में नये मुख्यमंत्री को लेकर विचार-विमर्श होगा और विधायकों से इस संबंध में राय ली जाएगी और इसके बाद आलाकमान को बताया जाएगा।
पायलट गुट को भरोसा : पायलट गुट के विधायकों के उत्साह के मद्देनजर विधायक वैद प्रकाश सोलंकी ने सोशल मीडिया के जरिए निवेदन करते हुए कहा कि सभी साथी धैर्य एवं संयम बनाए रखें, सच्चाई की जीत होगी और हमारे नेता सचिन पायलट को उनकी मेहनत का फल जरूर मिलेगा। हमें आलाकमान पर पूरा भरोसा हैं, इसलिए कोई भी साथी सोशल मीडिया पर अनावश्यक पोस्ट एवं कमेंट नहीं करे।