नई दिल्ली। दिल्ली में शाहदरा के एक निजी स्कूल के परिसर में एक चपरासी ने पांच वर्षीय एक बच्ची से कथित तौर पर बलात्कार किया। शाहदरा पुलिस उपायुक्त नुपूर प्रसाद ने बताया कि आरोपी विकास (40) को कल रात गिरफ्तार कर लिया गया।
गुरुग्राम के एक स्कूल में एक बस कंडक्टर द्वारा कथित तौर पर यौन शोषण के प्रयास के बाद 7 वर्षीय एक बच्चे की हत्या किए जाने के एक दिन बाद यह घटना हुई।
पुलिस ने बताया कि विकास झारखंड का रहने वाला है और उसकी दो बेटियां है। वह स्कूल में पिछले तीन वर्षों से काम कर रहा था। इससे पहले वह इसी स्कूल में सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करता था। इस स्कूल से पहले वह दो अन्य स्कूलों में काम कर चुका था।
पुलिस ने बताया कि वह बच्ची को कल दोपहर में एक खाली कक्षा में ले गया और उसके साथ बलात्कार किया। उसने किसी को बताने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी।
उन्होंने बताया कि यह मामला तब प्रकाश में आया, जब लड़की ने अपनी मां से दर्द की शिकायत की। लड़की को एक अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सा जांच के बाद बलात्कार की पुष्टि हुई।
पुलिस के अनुसार, घटना के बाद सदमे में आई बच्ची को काउंसलिंग के लिए भेजा गया। काउंसलिंग के दौरान उसने आरोपी का हुलिया बताया, जिसके आधार पर विकास को पकड़ा गया।
पुलिस ने बताया कि पता लगाया जा रहा है कि विगत में उसने किसी अन्य छात्रा के साथ तो दुष्कर्म नहीं किया है। अब तक का उसका आपराधिक इतिहास नहीं रहा है।
घटना के बाद दिल्ली के दिल्ली सरकार ने इस घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि छात्र-छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए शहर के सभी स्कूलों को लेकर नियम कायदे बनाए जाएंगे।
दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने ट्वीट किया, ‘पहले प्रद्युम्न और अब यह! अगर स्कूलों में ऐसा भयावह अपराध होता है तो अभिवावक क्या करेंगे। डीसीडब्ल्यू स्कूल को नोटिस जारी कर रही है। हमारी टीम पीड़िता की मदद कर रही है।’ विकास की नियुक्ति और क्या उसका पुलिस सत्यापन कराया गया था, इस संबंध में विवरण मांगा है।
बहरहाल, लड़की के चाचा ने कहा, ‘उसे आज अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। वह सदमे में है। स्कूल प्रशासन परिसर के भीतर हुयी घटना की जिम्मेदारी नहीं ले रहा।’
लड़की की मां ने मांग की है कि स्कूल को बंद कर देना चाहिए। चाचा ने भी यही मांग करते हुए कहा, ‘आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया लेकिन हम चाहते हैं कि स्कूल का लाइसेंस रद्द किया जाए।’
उन्होंने कहा, ‘स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए और लापरवाही के लिए उनके खिलाफ एक मामला दर्ज किया जाना चाहिए।’ लड़की के पिता सिलाई मशीन की मरम्मत करते हैं। उसका बड़ा भाई दूसरे स्कूल में पढ़ता है।
कल की घटना के बारे में बच्ची के चाचा ने कहा कि बच्ची स्कूल से जब आई तो डरी हुई थी और शुरुआत में उसने अपनी मां को कुछ नहीं बताया। बाद में वह वॉशरूम गई, जहां उसकी मां ने खून देखा। उसे गीता कॉलोनी में चाचा नेहरू अस्पताल ले जाया गया, जहां पुष्टि हुई कि यौन उत्पीड़न हुआ ।
लड़की के चाचा ने बताया कि स्कूल के एक शिक्षक उसे देखने आए थे लेकिन वह यह मानने को तैयार ही नहीं थे कि घटना स्कूल के भीतर हुई। उन्होंने कहा, ‘उसके बाद से हमसे मिलने स्कूल से कोई नहीं आया।’ उन्होंने कहा कि अब उसे उस स्कूल नहीं भेजेंगे।
उन्होंने कहा, ‘हम बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे सुनते हैं। स्कूल इतना असुरक्षित होगा तो हम कैसे अपनी लड़कियों को वहां भेजेंगे।’ (भाषा)