बाड़मेर। राजस्थान के बाड़मेर जिले के बालोतरा में जसोल धाम में चल रही रामकथा के दौरान रविवार को आंधी एवं बारिश से दो महिलाओं सहित चौदह व्यक्तियों की मौत हो गई तथा 50 से अधिक श्रद्धालु घायल हो गए।
सूत्रों के अनुसार जसोल धाम में मातारानी भटियाणी की कथा चल रही थी, इसी दौरान आई तेज आंधी और बारिश से पंडाल गिर गया। हादसे में बारिश के कारण पंडाल में करंट फैल गया तथा अधिकांश श्रद्धालुओं की मौत करंट लगने से हुई है।
हादसे में घायल हुए लोगों को नाहटा अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूत्रों के अनुसार मृतकों की पहचान देवीलाल खत्री, जब्बरसिंह, केवलदास, पेमाराम, चम्पालाल पालीवाल, अविनाश, इन्द्रसिंह, संवालदास, मालसिंह, रमेश राठी, सुंदरदेवी एवं नारंगी देवी के रूप में की गई है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने घटना में मरने वाले लोगों के प्रति अत्यंत दु:ख व्यक्त करते हुए घटना की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने अस्पताल में भर्ती लोगों के इलाज हेतु जिला प्रशासन को निर्देश दिए हैं।
बाडमेर के विधायक मेवाराम जैन, जिला कलेक्टर हिमांशु जैन, जिला पुलिस अधीक्षक सहित जनप्रतिनिधि एवं प्रशासनिक अधिकारी अस्पताल में भर्ती घायलों को राहत पहुंचाने में लगे हैं।
प्रधानमंत्री ने जताया शोक : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कथा के दौरान पंडाल गिरने से 14 श्रद्धालुओं की मौत पर दु:ख व्यक्त किया है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।
मोदी ने अपने संदेश में कहा कि राजस्थान के बाड़मेर में पंडाल गिरने की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। पीडि़त परिवारों के साथ मेरी संवदेनाएं। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।