देहरादून। इस साल अब तक चारधाम यात्रा में मरने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या 32 हो गई है। 3 मई को यमुनोत्री के कपाट खुलने के बाद अब तक यमुनोत्री धाम आए 13 यात्रियों की मौत हुई है जिनमें से 12 यात्रियों की मौत का कारण हार्टअटैक बताया गया है। मरने वालों में 5 मृतकों की शिनाख्त अभी भी नहीं हो पाई है। जिन 32 तीर्थयात्रियों की मौत यात्रा मार्ग में अब तक हुई है, उनमें यमुनोत्री पैदल मार्ग पर 13, केदारनाथ में 11, बद्रीनाथ में 5 और गंगोत्री में 3 यात्रियों की मौत हो चुकी है।
गुरुवार 12 मई की रात 8 बजे यमुनोत्री पैदल मार्ग पर ईस्ट चंपारण (बिहार) के रामबाबू प्रसाद की पैर फिसलकर गिरने से मौत हो गई। गुरुवार रात 8.30 बजे करीब प्रकाश चंद (58) दीस बनासकांठा नार्वे (गुजरात) यमुनोत्री धाम से यात्रा कर वापस लौट रहे थे, तभी रास्ते में पैदल मार्ग पर उन्हें सांस लेने में तकलीफ के बाद मौत हो गई। यात्रा मार्ग के अब तक सामने आए मृतकों में 30 साल आयु वर्ग के भी 3 श्रद्धालुओं की जान गई है। इसी तरह 40 से अधिक और 50 तक की उम्र वाले 4 श्रद्धालुओं ने अपनी जान गंवाई है। लगभग 50 से 60 साल के 9 श्रद्धालु, 76 साल तक के 13 श्रद्धालु इस दरमियान मरे हैं।
यमुनोत्री धाम में जिन श्रद्धालुओं का नाम मृतकों की सूची में है, उनमें अनिरुद्ध प्रसाद (65), उत्तरप्रदेश, कैलाश चौबीसा (63), राजस्थान, सकून पारिकर (64), मध्यप्रदेश, रामयज्ञ तिवारी (64), उत्तरप्रदेश, नीता खड़ीकर (62), मध्यप्रदेश, जयेश भाई (47), गुजरात, देवश्री के. जोशी (38), महाराष्ट्र, ईश्वर प्रसाद (65), मध्यप्रदेश, जगदीश (65), मुंबई, महादेव वेंकटा सुब्रमण्यम (40), कर्नाटक, स्नेहल सुरेश (60), महाराष्ट्र, प्रकाश चंद (58) पुत्र चंदूलाल ठक्कर, बनासकांठा नार्वे गुजरात, रामबाबू प्रसाद (65 वर्ष) पुत्र यमुना शाह निवासी यमुना साथी मोतिहारी ईस्ट चंपारण, बिहार शामिल हैं।
गंगोत्री धाम में यात्रा करते हुए जिन श्रद्धालुओं के नाम मृतक सूची में हैं, उनमें लाल बहादुर (50), नेपाल, दीपक दवे (62), महाराष्ट्र, मेघा विलास (58), मुंबई शामिल हैं। केदारनाथ धाम में अब तक हुईं 11 मौतों में से 3 की तो अभी तक शिनाख्त तक नहीं हो पाई है। जिन मृतकों की शिनाख्त हुई है, उनमें भैरवदन बोदिदानी (65), दिलशराय (61), मध्यप्रदेश, हंसादेवी (60), गुजरात, सोनी छाया बेन (56), गुजरात, परवीन (45), हरियाणा, जीत सिंह (40), यूपी, जयंतीलाल (69), महाराष्ट्र, कालका प्रसाद (62 वर्ष) यूपी शामिल हैं।
बद्रीनाथ धाम में जिन 5 श्रद्धालुओं की मौत हुई, उनमें सर्वजीत सिंह (53), उन्नाव (यूपी), राजेंद्र प्रसाद (66 वर्ष), दिल्ली, रामप्यारी, राजस्थान और 2 अज्ञात हैं। लगातार हो रहीं मौतों के बाद अब स्वास्थ्य विभाग ने तीर्थयात्रियों के तीर्थों में प्रवेश से पूर्व उनके स्वास्थ्य जांच के लिए उत्तरकाशी के दोबाटा, बद्रीनाथ के लिए पांडुकेश्वर और ऋषिकेश के बीएस स्टेशन पर हेल्थ स्क्रीनिंग शुरू की है।