वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद में कोई शिवलिंग नहीं, सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क का दावा

Webdunia
रविवार, 22 मई 2022 (14:13 IST)
लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने रविवार को दावा किया कि वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद में कोई 'शिवलिंग' नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह स्थिति 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर पैदा की जा रही है।

बर्क ने यह भी कहा कि अयोध्या में भले ही राम मंदिर का निर्माण किया जा रहा है, लेकिन वहां एक मस्जिद है।संभल से सपा सांसद बर्क ने पार्टी कार्यालय के बाहर ज्ञानवापी मस्जिद से जुड़े एक सवाल के जवाब में कहा, ये परिस्थितियां 2024 के चुनावों के मद्देनजर पैदा की जा रही हैं।

बर्क ने कहा कि अगर आप इतिहास की गहराई में जाते हैं तो पता चलता है कि ज्ञानवापी मस्जिद में कोई 'शिवलिंग' नहीं था। यह सब गलत है। बर्क सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मिलने लखनऊ पहुंचे थे। अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर उन्होंने कहा, मैं अब भी कहता हूं कि वहां मस्जिद है। राम मंदिर ताकत के बलबूते बनाया जा रहा है।

सपा सांसद ने आरोप लगाया, हमें (मुसलमानों को) निशाना बनाया जा रहा है। मस्जिदों पर हमला किया जा रहा है। सरकार ऐसे नहीं चलती है। सरकार को ईमानदारी से कानून का पालन करना चाहिए। हालांकि प्रदेश में कानून की हुकूमत नहीं है, बुलडोजर की हुकूमत है।(भाषा) 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

कब-कब हुई भगदड़ की बड़ी घटनाएं, डराने वाले इन आंकड़ों को देखिए

बंगाल की धरती से मोहन भागवत ने बताया RSS का अगला प्लान, हिन्दुओं को लेकर कही बड़ी बात

दिल्ली के CM पर कल खत्म हो सकता है सस्पेंस, शपथ ग्रहण समारोह को लेकर बड़ा अपडेट

अघाड़ी में पड़ी दरार, फडणवीस से मिले उद्धव, शिंदे की शरद पवार ने की तारीफ, महाराष्ट्र में नए सियासी समीकरण

फालतू है कुंभ, लालू यादव ने बताया किसकी गलती से मची नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़

सभी देखें

नवीनतम

Earthquake: दिल्ली NCR में भूकंप के बाद लोग दहशत में, सुनाई आपबीती

GIS 2025: जीआईएस में ओडीओपी एक्स-पो से लोकल उत्पादों को मिलेगा ग्लोबल मंच

MP: 1 अप्रैल से नए लो alcoholic beverage bars खुलेंगे, 19 स्थानों पर शराब की बिक्री बंद होगी

Jamui News: बिहार के जमुई में दो पक्षों में तनाव, ईंट-पत्थर चले, इंटरनेट बंद

भूकंप के दौरान वो तेज रहस्यमयी आवाज क्या थी, पता कर रहे विशेषज्ञ?

अगला लेख
More