जनता दल यूनाइटेड की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की महत्वपूर्ण बैठक शनिवार पटना में होनी है। इस बैठक में जहां शरद यादव को लेकर कोई बड़ा फैसला हो सकता है। वहीं, पार्टी एनडीए का हिस्सा बनने का ऐलान भी कर सकती है। यह बैठक मुख्यमंत्री आवास में दोपहर 12 बजे आयोजित होगी जिसमें इन प्रस्तावों पर मुहर लगेगी। इस बैठक में शरद यादव शामिल नहीं होंगे।
शरद यादव तोड़ देंगे पार्टी? बुलाई जन अदालत...
पिछले महीने नीतीश कुमार ने आरजेडी को छोड़ बीजेपी के साथ मिलकर बिहार में फिर से सरकार बनाई है। तब से शरद यादव नीतीश कुमार से नाराज चल रहे हैं और वे लालू प्रसाद यादव से जा मिले हैं। कार्यकारिणी से अलग पटना में ही बागी नेताओं के साथ शरद यादव शक्ति प्रदर्शन करेंगे।
शरद यादव अलग से अपने गुट के साथ बैठक करेंगे। नीतीश कुमार के भाजपा के साथ चले जाने से नाराज शरद यादव ने आज जन अदालत बुलाई है। इस सम्मेलन में शरद यादव के अलावा अली अनवर और अरुण श्रीवास्तव शामिल होंगे। बैठक में शरद यादव अपने गुट को असली जेडीयू बताकर चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाने पर भी फैसला ले सकते हैं।
गौरतलब है कि पिछले दिनों जेडीयू ने शरद यादव के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें जेडीयू महासचिव और राज्यसभा में संसदीय दल के नेता पद से हटा दिया था और उनके 21 समर्थकों को भी पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था।
पटना में जगह जगह जेडीयू की फूट के पोस्टर भी लगाए गए हैं। एक पोस्टर पटना में जेडीयू की आज होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का है, जबकि दूसरा पोस्टर बागी शरद यादव के गुट का है। इस पोस्टर में लिखा है जन अदालत का फैसला….महागठबंधन जारी है।
उल्लेखनीय है कि 11 अगस्त को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी दिल्ली यात्रा के क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से भेंट की थी। अमित शाह ने मुख्यमंत्री को अपने आवास पर आमंत्रित किया था। उसी मुलाकात के दौरान शाह ने नीतीश को राजग में शामिल होने का प्रस्ताव दिया था। इसके बाद शाह ने इस आशय का ट्वीट भी किया था।
जदयू के राजग में शामिल होने से बिहार में 2019 के लोकसभा चुनाव का प्लेटफॉर्म तैयार हो रहा है। इसका असर यह भी संभव है कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में नीतीश कुमार को राजग का संयोजक बना दिया जाए। पूर्व में जदयू के जार्ज फर्नांडिस राजग के संयोजक रहे हैं। जदयू नेता संजय झा ने कहा कि जब बिहार में भाजपा और जदयू की सरकार है तो यह स्वाभाविक है कि जदयू अब राजग का हिस्सा हो जाएगा। लोकसभा चुनाव में इसका काफी असर दिखेगा।
जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के एक दिन पहले शुक्रवार को जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार की अध्यक्षता में पार्टी की राष्ट्रीय परिषद के सदस्यों की बैठक मुख्यमंत्री आवास में हुई। बैठक में शनिवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी में लिए जाने वाले राजनीतिक, सामाजिक व आर्थिक प्रस्तावों के साथ-साथ बागी तेवर अख्तियार किए शरद यादव पर भी चर्चा हुई। जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी ने बैठक के बाद कहा कि अगर 27 तारीख की राजद की रैली में शरद यादव लालू प्रसाद के साथ मंच साझा करते हैं तो यह बर्दाश्त नहीं होगा। पार्टी तुरंत कठोर निर्णय लेगी। (एजेंसी)