मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने बुधवार को आरोप लगाया कि मुंबई के तट के निकट एक क्रूज पोत पर 2 अक्टूबर को की गई स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) की छापेमारी फर्जी थी और इस दौरान कोई मादक पदार्थ नहीं मिला था।
पार्टी ने छापेमारी के दौरान एनसीबी के दल के साथ दो लोगों की मौजूदगी पर भी सवाल उठाया और आरोप लगाया कि इनमें से एक व्यक्ति भारतीय जनता पार्टी का सदस्य था। इस संबंध में टिप्पणी के लिए भाजपा से संपर्क नहीं हो पाया है।
गोवा जा रहे पोत से शनिवार को नशीले पदार्थ बरामद करने के बाद एनसीबी बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान समेत 17 लोगों को गिरफ्तार कर चुका है। राकांपा के प्रवक्ता एवं महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री नवाब मलिक ने यहां दावा किया, यह (छापेमारी) फर्जी नाटक था। उन्हें पोत पर कोई नशीला पदार्थ नहीं मिला।
उन्होंने कुछ वीडियो भी जारी किए, जिनके बारे में बताया जा रहा है कि ये वीडियो छापेमारी से संबंधित हैं। राकांपा नेता ने कहा कि एक वीडियो में आर्यन खान के साथ चल रहा व्यक्ति एनसीबी का अधिकारी नहीं है और उसकी सोशल मीडिया प्रोफाइल के अनुसार वह कुआलालम्पुर में रहने वाला एक निजी जासूस है।
मलिक ने आरोप लगाया कि इसके अलावा एक अन्य वीडियो में दो व्यक्ति इस मामले में गिरफ्तार अरबाज मर्चेंट को ले जाते दिख रहे हैं और इनमें से एक भाजपा का सदस्य है। उन्होंने कहा, यदि ये दोनों एनसीबी के अधिकारी नहीं हैं, तो वे हाई-प्रोफाइल लोगों (आर्यन और मर्चेंट) को क्यों ले जा रहे थे।
मलिक ने दावा किया कि मर्चेंट के साथ देखा गया व्यक्ति 21 से 22 सितंबर को गुजरात में था और उसका संबंध मुंद्रा बंदरगाह से 3,000 किलोग्राम हेरोइन की जब्ती के मामले से जोड़ा जा सकता है। उन्होंने भाजपा से इस व्यक्ति की पहचान उजागर करने को कहा।
मलिक ने कहा, भाजपा पूरे एनसीबी का इस्तेमाल लोगों, महाराष्ट्र सरकार और बॉलीवुड को बदनाम करने के लिए कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि एनसीबी उन लोगों को निशाना बना रहा है, जो भगवा दल के खिलाफ हैं।उल्लेखनीय है कि मलिक के दामाद समीर खान को मादक पदार्थों के एक मामले में 13 जनवरी, 2021 को एनसीबी ने गिरफ्तार किया था।(भाषा)