बड़ी खबर, माफिया डॉन अतीक अहमद और अशरफ की हत्या
, शनिवार, 15 अप्रैल 2023 (22:46 IST)
प्रयागराज। एक सनसनीखेज घटना में गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात यहां एक मेडिकल कॉलेज के पास अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ताबड़तोड़ बैठक बुलाई है और डीजीपी और एडीजी कानून व्यवस्था को तलब किया है। इस बीच, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। तीन सदस्यीय आयोग इस घटना की जांच करेगा। घटना के बाद प्रयागराज में धारा 144 लगा दी गई है।
गोलीबारी की घटना कैमरे में दर्ज हुई है क्योंकि मेडिकल जांच के लिए पुलिस द्वारा दोनों को अस्पताल ले जाने के दौरान मीडियाकर्मी उनके साथ चल रहे थे। कम से कम दो व्यक्तियों को अहमद और उसके भाई पर करीब से गोली चलाते हुए देखा गया, जो गोली लगने के बाद जमीन पर गिर गए। हालांकि, पुलिस ने उसी समय हमलावरों को पकड़ लिया।
कहा जा रहा है कि हमलावर भी वहां पर मीडियाकर्मी बनकर पहुंचे थे। गोली लगने से ठीक पहले अतीक अहमद गुड्डू मुस्लिम से जुड़े सवाल का जवाब दे रहा था। जैसे ही उसने गुड्डू मुस्लिम कहा तभी हमलावर ने अतीक और अशरफ के सिर में करीब से गोली मार दी। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि हम लोग घटना की जांच कर रहे हैं। अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। गिरफ्तार लोगों से अभी पूछताछ की जानी है।
तीनों हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की फिर खुद को पुलिस के हवाले कर दिया। हत्या के बाद हमलावरों ने जय श्रीराम के नारे भी लगाए थे। घटनास्थल पर हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की गई।
सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) करेली श्वेताभ पांडेय ने बताया कि अतीक और अशरफ को रूटीन जांच के लिए अस्पताल लाया गया था, तभी यह घटना हुई। उन्होंने यह भी बताया कि तीनों आरोपियों को पकड़ लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। हालांकि उन्होंने अन्य कोई ब्योरा नहीं दिया।
पुलिस के अनुसार घटनास्थल पर तीन पिस्तौल, एक मोटर साइकिल, एक वीडियो कैमरा और एक न्यूज चैनल का लोगो पड़ा मिला है। अंदेशा है कि तीनों हमलावर मीडियाकर्मी बनकर आए और घटना को अंजाम दिया। उन्होंने अपने गले में पहचान पत्र भी लटका रखे थे। मौके पर पुलिस आयुक्त रमित शर्मा और जिलाधिकरी संजय कुमार खत्री सहित पुलिस के सभी आला अधिकारी पहुंच चुके हैं।
कौन थे हमलावर : हमलावरों के नाम अरुण मौर्य, सनी और लवलेश बताए जा रहे हैं।
13 अप्रैल को हुआ बेटे असद का एनकाउंटर : सनसनीखेज हत्या के बाद इलाके में तनाव है। अहमद एवं अशरफ के गोलियों से छलनी शवों को मौके से हटा लिया गया है। दोनों को उमेश पाल हत्याकांड के सिलसिले में सुनवाई के लिए यहां लाया गया था। झांसी में 13 अप्रैल को अहमद का बेटा असद और उसका एक साथी पुलिस मुठभेड़ में मारे गए थे। दोनों के शव को शनिवार सुबह दफनाया गया।
क्या कहा अखिलेश ने : यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि उप्र में अपराध की पराकाष्ठा हो गई है और अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। जब पुलिस की सुरक्षा घेरे में सरेआम गोलीबारी करके किसी की हत्या की जा सकती है तो आम जनता की सुरक्षा का क्या? इससे जनता के बीच भय का वातावरण बन रहा है, ऐसा लगता है कि कुछ लोग जानबूझकर ऐसा वातावरण बना रहे हैं।
कानून व्यवस्था की नाकामी : एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने अतीक और अशरफ की हत्या को कानून व्यवस्था की नाकामी बताया है। उन्होंने का कि जिस समाज में हत्यारे हीरो होते हैं, उस समाज में कोर्ट और इंसाफ का क्या काम।
पाप-पुण्य का हिसाब : यूपी सरकार के मंत्री और भाजपा के पूर्व अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि पाप और पुण्य का हिसाब इसी जन्म में होता है।
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