देवास। कुदरत का यह कैसा क्रूर मजाक है कि इकलौता भाई ही अपनी सगी बहन की शादी में नहीं पहुंच पाया...कोरोना महामारी की वजह से देश की रक्षा में तैनात इस भाई को बहन की शादी के लिए छुट्टी नहीं मिली और उसने एक मार्मिक पत्र देवास पुलिस को लिखकर कहा कि आप जाकर मेरी छोटी बहन को आशीर्वाद दे देना...
बचपन से अपने भाई प्रशांत कुमार तिवारी के हाथों पर राखी बांधने वाली बहन प्रियंका का अरमान था कि उसकी डोली भाई ही विदा करे लेकिन बीकानेर में बीएसएफ में हवलदार मेजर के पद पर पदस्थ इस भाई को कोरोना महामारी के कारण छुट्टी स्वीकृत नहीं हुई। भाई के नहीं आने का दु:ख बहन के साथ माता-पिता को भी था। चूंकि शादी की तारीख पहले से ही तय हो गई थी लिहाजा नियत तिथि पर इसे पूरा भी करना था।
जब भाई प्रशांत को बहन की शादी में जाने के अरमान पूरे होते नजर नहीं आए, तब विवश होकर उन्होंने देवास पुलिस को एक खत लिख डाला। इस खत में मेजर प्रशांत ने लिखा कि मेरी तरफ से बहन को लाड़ के साथ आशीर्वाद देना।
प्रशांत का खत बैंक नोट प्रेस थाने के टीआई तारेश कुमार सोनी के पास पहुंचा तो वे भी भावुक हो उठे। वे अपने अधीनस्थ पुलिसकर्मियों के साथ विवाह स्थल पर पहुंचे और उन्होंने भाई का फर्ज पूरी शिद्दत के साथ अदा किया। चंद मेहमानों के साथ आवास नगर में रहने वाले तिवारी परिवार ने अपनी बेटी की शादी रीति-रिवाज से संपन्न की।
प्रियंका का विवाह अलकापुरी विजय नगर में रहने वाले पेशे से एमआर अमृत कुमार जोशी के साथ हुआ। दुल्हन के पिता प्रमोद तिवारी और मां पुष्पा तिवारी पुलिस विभाग के इस मानवीय पहलू पर अभिभूत हुए बगैर नहीं रहे। उन्होंने भाई का फर्ज निभाने वाले टीआई तारेश कुमार सोनी समेत सभी पुलिसकर्मियों का शुक्रिया अदा किया। विवाह समारोह में चंद मेहमान पहुंचे और सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा पालन किया गया।