औरंगाबाद (महाराष्ट्र)। मराठवाड़ा क्षेत्र में पिछले तीन सप्ताह में 50 किसानों ने आत्महत्या कर ली है। मंडलायुक्त कार्यालय के अनुसार इस वर्ष 13 अगस्त तक 580 किसान आत्महत्या कर चुके थे और पिछले तीन सप्ताह में 50 और किसानों के आत्महत्या से मरने वालों की संख्या 630 हो गई।
सूखा प्रभावित बीड़ में सबसे अधिक 127 किसानों ने आत्महत्या की है जबकि सबसे कम हिंगोली में 33 किसानों ने आत्महत्या की। नांदेड में 100, उस्मानाबाद में 86, औरंगाबाद में 84, परभणी में 82, लातूर में 60 और जालना में 58 किसान जनवरी से अब तक आत्महत्या कर चुके हैं।
आत्महत्या करने वाले 630 किसानों में से 425 मामले राहत राशि देने के योग्य पाए गए और मृतकों के परिवार वालों को सहायता राशि दी गई। हालांकि 103 आत्महत्या के मामले को प्रबंधन ने खारिज कर दिया जबकि 102 मामलों की जांच चल रही है।
राज्य सरकार ने राज्य के 89 लाख किसानों का कर्ज माफ करने के लिए 34 हजार करोड़ रुपए जारी करने की घोषणा कर चुकी है। अधिकारियों ने कहा है कि राज्य में सूखा और ओले गिरने जैसी प्राकृतिक आपदाओं को देखते हुए किसानों को आत्महत्या करने के बजाय आय के लिए वैकल्पिक व्यवस्था भी सोचना चाहिए। (वार्ता)