बाराबंकी (उत्तर प्रदेश)। अयोध्या छावनी के महंत जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने रविवार को यहां कोतवाली बदोसराय चौराहे के निकट पाकिस्तान का झंडा जलाने का प्रयास किया, जिसे पुलिस ने रोक दिया। आचार्य ने कहा कि पाकिस्तान के भारत से अलग होने के बाद उनकी गतिविधियां अमानवीय रहीं और लगातार वहां आतंकवादियों को पनाह दी जा रही है।
बदोसराय कोतवाली प्रभारी अमित मिश्रा ने रविवार को बताया कि अयोध्या के महंत जगद्गुरु परमहंस आचार्य आज दोपहर चौराहे के निकट अपने कार्यक्रम के अंतर्गत पाकिस्तानी झंडे को जलाने का प्रयास कर रहे थे जिन्हें रोक दिया गया।
मिश्रा ने बताया कि कुछ देर तक उन्होंने अपने समर्थकों को संबोधित किया, जिसके बाद उन्हें वापस अयोध्या भेज दिया गया। चौराहे पर अपने संबोधन में परमहंस ने कहा कि पाकिस्तानी क्रियाकलापों के विरोध में पाकिस्तानी झण्डे को हम जलाने जा रहे थे लेकिन प्रशासन के लोगों ने कहा कि आचार्य जी यह इतना गंदा है कि आप के हाथों में शोभा नहीं देता।
परमहंस ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर देश में 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस का आयोजन किया जा रहा है। जम्मू-कश्मीर से धारा 370 एवं 35ए हटाने का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में राष्ट्रहित में बड़े-बड़े कार्य हुए हैं और अब पुनः भारत देश अखण्ड होकर हिन्दू राष्ट्र बनेगा।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के भारत से अलग होने के बाद उनकी गतिविधियां अमानवीय रहीं और लगातार वहां आतंकवादियों को पनाह दिया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि 'बहुत जल्द देश अखण्ड होगा क्योंकि जो भाग भारत से अलग हुआ था वो आतंकियों का अड्डा बन चुका है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में भुखमरी मची हुई है, लोग भूखों मर रहे हैं। वहां की जनता और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के लोग भी चाह रहे हैं कि भारत में पाक का विलय हो जाए। परमहंस ने कहा कि पाकिस्तान को आतंकिस्तान कहा जाए तो गलत नहीं होगा।(भाषा)