पुलिस का दावा है कि पोर्श टायकन कार कथित तौर पर एक जाने-माने बिल्डर का 17 वर्षीय बेटा चला रहा था और रविवार तड़के कल्याणी नगर इलाके में हुई दुर्घटना के समय वह नशे में था। इस दुर्घटना में 2 सॉफ्टवेयर इंजीनियरों की कार से कुचलने से मौत हो गई। मृतकों की पहचान अनीश अवधिया (24) और अश्विनी कोष्टा (24) के रूप में हुई है। दोनों आईटी पेशेवर मध्य प्रदेश के रहने वाले थे और पुणे में काम करते थे।
महाराष्ट्र के परिवहन आयुक्त विवेक भीमनवार के अनुसार, पोर्शे कार मार्च में बेंगलुरु के एक डीलर ने आयात की थी और वहां से इसे अस्थायी पंजीकरण पर महाराष्ट्र भेजा गया था। जब इसे पुणे क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) में प्रस्तुत किया गया, तो पता चला कि एक निश्चित पंजीकरण शुल्क का भुगतान नहीं किया गया है और मालिक को प्रक्रिया पूरी करने के लिए राशि का भुगतान करने के लिए कहा गया। हालांकि, उसके बाद पंजीकरण प्रक्रिया पूरी करने के लिए वाहन आरटीओ नहीं लाया गया।
अधिकारियों के अनुसार, महाराष्ट्र में पंजीकृत इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए रोड टैक्स में छूट दी गई है, और इसलिए इस पोर्शे टायकन मॉडल के पंजीकरण के लिए लागू पंजीकरण शुल्क केवल 1,758 रुपए था।
दिलचस्प बात यह है कि पोर्शे इंडिया की वेबसाइट के अनुसार उसकी विभिन्न कारों की एक्स-शोरूम कीमत 96 लाख रुपए से लेकर 1.86 करोड़ से अधिक रुपए तक है। हालांकि वेबसाइट पर पोर्श टायकन मॉडल की कीमत नहीं दी गई है।
आरोपी नाबालिग का पिता गिरफ्तार : महाराष्ट्र के पुणे में अपनी तेज रफ्तार लग्जरी कार से दो सॉफ्टवेयर इंजीनियरों को कुचलने के आरोपी 17 वर्षीय लड़के के पिता को मंगलवार को छत्रपति संभाजीनगर से हिरासत में लेने के कुछ घंटे बाद गिरफ्तार कर लिया गया। लड़के का पिता एक रियल एस्टेट कारोबारी है।
नाबालिग को शराब परोसने वाले रेस्तरां सील : महाराष्ट्र आबकारी विभाग ने पुणे जिला आयुक्तालय के आदेश पर मंगलवार को उन दो रेस्तरां को सील कर दिया, जहां एक घातक कार दुर्घटना मामले के आरोपी 17 वर्षीय लड़के को कथित तौर पर शराब परोसी गई थी। (इनपुट : भाषा)
Edited by : Nrapendra Gupta