श्रवणबेलगोला (कर्नाटक)। जैन समुदाय के इस प्रसिद्ध तीर्थस्थल पर भगवान गोमतेश्वर बाहुबली की प्रतिमा का भव्य महामस्तकाभिषेक समारोह पारंपरिक रीति-रिवाज और अध्यात्मिक अनुष्ठान के साथ शुरू हो गया। जैन धार्मिक चक्र में हर 12 साल में इसका आयोजन होता है इसकी शुरुआत 981 एडी में हुई थी और इस श्रृंखला में यह 88वां महामस्तकाभिषेक है।
प्रतिमा की ऊंचाई 57 फुट है। इसे दुनिया में चट्टान के एक ही टुकड़े को तराशकर बनाई गई सबसे बड़ी प्रतिमा कहा जाता है। कल से 25 फरवरी तक चलने वाले इस महामस्तकाभिषेक कार्यक्रम में कुल 1008 कलश से बाहुबली की प्रतिमा का अभिषेक किया जाएगा। (भाषा)