* श्रवणबेलगोला में 12 साल बाद हो रहा है महामस्तकाभिषेक
प्राचीन तीर्थस्थल श्रवणबेलगोला में 12 साल गुजरने के बाद पुन: महामस्तकाभिषेक शुरू हो गया है। कर्नाटक राज्य के हासन जिले के एक छोटे से गांव श्रवणबेलगोला में 17 फरवरी 2018 से भगवान बाहुबली का महामस्तकाभिषेक का भव्य आयोजन शुरू हो गया है जिसमें लाखों जैन भक्त शामिल होंगे।
यहां विराजित भगवान गोम्मटेश्वर बाहुबली की विशालकाय प्रतिमा पूर्णत: एक ही पत्थर से निर्मित है। इस मूर्ति को बनाने में मूर्तिकार को लगभग 12 वर्ष लगे। महामस्तकाभिषेक में शामिल होने वाले श्रद्धालुअों के लिए 12 नगरों और 17 महाभोजनालय बनाए गए हैं।
शनिवार, 17 फरवरी 2018 से महामस्तकाभिषेक का शुभारंभ हो चुका है, जो सोमवार, 26 फरवरी 2018 तक चलेगा। हालांकि इस उत्सव का आयोजन 7 फरवरी से शुरू हो चुका है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 7 फरवरी को इस कार्यक्रम की शुरुआत की। इसी के साथ पंचकल्याणक महोत्सव भी शुरू हो गया। जर्मन तकनीक पर आधारित मंच से लाखों लोग यहां भगवान बाहुबली का महामस्तकाभिषेक करेंगे।
ज्ञात हो कि इस महामस्तकाभिषेक का आयोजन हर 12 वर्ष में होता है। देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 7 फरवरी 2018 को श्रवणबेलगोला में महामस्तकाभिषेक महोत्सव का उद्घाटन किया। इसी के साथ पंचकल्याणक महोत्सव भी शुरू हुआ। इस आयोजन में करीब 500 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है।
इस महाआयोजन के दौरान 7,000 से भी ज्यादा पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है, जो यहां की सुरक्षा व्यवस्था संभालेंगे। यहां जर्मन तकनीक से तैयार किए गए मंच पर 10 करोड़ रुपए से भी ज्यादा खर्च हुए हैं। यहां 12 नए नगर बसाए गए हैं जिनमें श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था की गई है। इस महामस्तकाभिषेक में देश-विदेश से लाखों लोगों के आने की संभावना है।
यहां 17 फरवरी से शुरू हुए महामस्तकाभिषेक के भव्य आयोजन का समापन 26 फरवरी को होगा।