इलाहाबाद। अगले वर्ष प्रयाग में लगने जा रहे कुंभ मेले को यादगार बनाने की श्रंखला में एक और कड़ी जुड़ने जा रही है। दरअसल, इस बार 'कुंभ गान' तैयार किया जा रहा है और इसे आवाज देने के लिए अमिताभ बच्चन, शंकर महादेवन और कैलाश खेर जैसे कलाकारों से बातचीत चल रही है। अगस्त के अंत तक 'कुंभ गान' लांच कर दिया जाएगा।
उत्तरप्रदेश पर्यटन विभाग के उपनिदेशक दिनेश कुमार ने बताया कि पहली बार कुंभ के लिए गान तैयार किया गया है। इसे कौन आवाज देगा, यह कुछ दिनों में तय हो जाएगा। अमिताभ बच्चन, शंकर महादेवन, कैलाश खेर जैसे कलाकारों से बातचीत चल रही है और अगस्त के अंत तक इसे लांच कर दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि कुंभ की महिमा और इसकी विशेषताओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए प्रदेश सरकार ने 'कुंभ गान' तैयार करने का फैसला किया है। इसमें कुंभ के दौरान विशेष आकर्षण का केंद्र रहने वाले अखाड़ों, साधु-संतों और शाही स्नान के बारे में रोचक जानकारी को शामिल करने का भी सुझाव है। वैसे यह गान तैयार करने का मकसद कुंभ की महिमा, इसकी प्राचीनता और इसके महात्मय और इसके धार्मिक पहलुओं पर प्रकाश डालना है।
शुरू में यह गान केवल हिन्दी और संस्कृत में तैयार किया जाएगा और बाद में अन्य भाषाओं में भी इसे जारी करने की योजना है ताकि गैरहिन्दीभाषी और कुंभ के बारे में कम जानकारी रखने वाले लोगों को इस गीत के माध्यम से इसके बारे में जानकारी दी जा सके। अभी यह तय नहीं हुआ है कि यह गान कितनी समयावधि का होगा?
कुमार ने बताया कि इसे पूरे हिन्दुस्तान में एफएम चैनल, आकाशवाणी आदि पर बजाया जाएगा। 'मैकान' नाम की एक विज्ञापन एजेंसी ने 'कुंभ गान' तैयार किया है।
कुंभ की अन्य तैयारियों की जानकारी देते हुए कुमार ने बताया कि हम मेला क्षेत्र में 30 थीम गेट तैयार करवा रहे हैं जिसमें 20 सेक्टरों के लिए 1-1 गेट होगा। इसके अलावा घाट की ओर जाने वाले रास्तों के लिए 10 गेट होंगे। इसके लिए आरएफपी हम बना रहे हैं और जुलाई के अंत तक बोलीकर्ता तय कर लिए जाएंगे।
दिनेश कुमार ने बताया कि गेट की थीम कुंभ पर केंद्रित होगी जिसमें कुंभ से जुड़ी चीजें जैसे समुद्र मंथन में क्या-क्या चीजें निकली हैं, उन्हें दर्शाया जाएगा, मसलन शंख, नागवासुकि, अमृत कलश आदि। इसके अलावा 'पेंट माई सिटी' के तहत सार्वजनिक दीवारों, रेलवे के पुल, आरओबी, ओवरहेड टैंक, सरकारी भवनों आदि पर पेंट कराया जाएगा जिसके लिए बोलियां जल्द ही आमंत्रित की जाएंगी।
दिनेश कुमार ने बताया कि मेला क्षेत्र में टेंट सिटी बसाए जाने की तैयारी है जिसके लिए 9 बोलीकर्ता सामने आए हैं और वित्तीय बोलियां अब खोली जाएंगी। टेंट सिटी में 5,000 कॉटेज बनाए जाएंगे और इसके परिचालन, रखरखाव और किराया तय करने का अधिकार बोलीकर्ता के पास होगा। उन्होंने बताया कि अरैल में 100 हैक्टेयर क्षेत्र में बसने जा रही टेंट सिटी के लिए बिजली, पानी, सीवेज जैसी मूलभूत सुविधाएं हम उपलब्ध कराएंगे। कछार क्षेत्र में टेंट सिटी बसने से वहां ठहरने वाले लोग आसानी से गंगा स्नान कर सकेंगे। (भाषा))