कोटा। संभाग के सबसे बडे़ एमबीएस अस्पताल में बड़ी लापरवाही सामने आई है। अस्पताल में सबसे सुरक्षित माने जाने वाले स्ट्रोक यूनिट में भर्ती एक महिला की आंख की पलकों को चुहों ने कुतर दिया।
मामले की जानकारी लगने के बाद अस्पताल प्रशासन के हाथ-पांव फुल गए। मामला मीडिया के सामने आया अस्पताल प्रशासन ने अपनी साख बचाने के लिए मामले को दबाने की कोशिश की। खबरों के मुताबिक मानवाधिकार ने भी इस पूरे मामले पर जवाब मांगा है।
कोटा के एक सरकारी अस्पताल के आईसीयू में इलाज करा रही एक लकवाग्रस्त महिला की एक पलक मंगलवार तड़के चूहे कुतर गये। ऐसा आरोप महिला के पति ने लगाया है।
कोटा रेलवे कॉलोनी निवासी देवेंद्र सिंह भाटी ने कहा कि उनकी पत्नी की पलक के जख्म का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने उनके सामने माना है कि ये चूहे के कुतरने के जख्म हैं।
रूपवती (30) का पिछले 45 दिन से कोटा के एमबीएस अस्पताल में इलाज चल रहा है। अस्पताल प्रबंधन ने घटना की जांच के लिए डॉक्टरों की तीन सदस्यीय समिति बनाई है।
घटना के बाद एमबीएस अस्पताल के अधीक्षक नवीन सक्सेना ने कोटा के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट को दी प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा कि रूपवती की पलक को तड़के करीब 3 बजे चूहों ने नोंच दिया जैसा कि उनके अटेंडेंट (पति) ने दावा किया है। डॉ. सक्सेना ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि हालांकि उनकी आंख पर कोई चोट नहीं आई है।