कोलकाता। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता और इससे सटे इलाकों में आज शाम 98 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली तेज हवाओं की चपेट में आने से सात लोगों की मौत हो गई जबकि कई अन्य जख्मी हो गए। तेज हवाओं के कारण शहर का सार्वजनिक परिवहन एवं यातायात भी प्रभावित हुआ। बहरहाल अपुष्ट सूत्रों के मुताबिक मृतकों की संख्या 13 हो सकती है।
पुलिस ने बताया कि चार मौतें यहां हुईं जबकि दो की मौत बांकुड़ा और एक ही मौत हावड़ा जिले में हुई। मौसम विभाग के क्षेत्रीय निदेशक जी के दास ने बताया कि उत्तर- पश्चिम दिशा से 98 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवा ने शाम करीब 7:42 बजे शहर को अपनी चपेट में लिया। पुलिस ने बताया कि शहर में कम से कम 26 जगहों पर पेड़ गिरे जिससे यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ।
कोलकाता नगर निगम ने मलबे की सफाई के लिए एक आपदा प्रबंधन टीम को सक्रिय कर दिया है। अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि शहर के कई हिस्सों से बिजली के कारण आग लगने की सूचनाएं मिली हैं। उन्होंने कहा कि आंधी के दौरान शॉर्ट सर्किट के कारण न्यू मार्केट पुलिस थाने में अंधेरा छा गया। दफ्तर से घर लौट रहे लोगों को भारी ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ा।
मेट्रो एवं ट्रेन सेवाएं भी प्रभावित हुईं। कोलकाता मेट्रो रेल के प्रवक्ता ने बताया कि शाम 7:50 बजे से लेकर अगले दो घंटों के लिए मेट्रो सेवाएं बाधित हुईं। पूर्वी एवं दक्षिण-पूर्वी रेलवे सूत्रों ने बताया कि सियालदह और हावड़ा डिवीजनों में उप - नगरीय ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुईं, क्योंकि आंधी के दौरान ट्रेन से जुड़े बिजली के तार टूट गए। सूत्रों ने बताया कि एक रेलिंग का एक हिस्सा हावड़ा स्टेशन पर एक खाली ट्रेन पर जा गिरा। हालांकि , इसमें कोई हताहत नहीं हुआ। हवाई अड्डे के अधिकारियों ने बताया कि कुछ विमानों के आगमन एवं प्रस्थान में भी देरी हुई।