बेंगलुरु। कोविड-19 के नए स्वरूप ओमीक्रोन के डर के बीच कर्नाटक के करीब 5000 रेजिडेंट डॉक्टर अपनी तीन मांगों को लेकर सोमवार से बेमियादी हड़ताल पर चले गए। उनकी एक मांग है कि शैक्षणिक वर्ष 2018-19 के अनुसार शैक्षणिक शुल्क में बदलाव किया जाए।
कर्नाटक एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स (KARD) के बैनर तले डॉक्टरों ने बेंगलुरु सहित विभिन्न सरकारी अस्पतालों में विरोध प्रदर्शन किया। बेंगलुरु में, डॉक्टरों ने विक्टोरिया अस्पताल में प्रदर्शन किया और न्याय की मांग करते हुए सरकार विरोधी नारे लगाए।
केएआरडी के पदाधिकारियों के अनुसार, वे चाहते हैं कि सरकार शैक्षणिक वर्ष 2018-19 के अनुसार शैक्षणिक शुल्क में बदलाव पर विचार करे तथा कोविड-जोखिम भत्ते और स्नातकोत्तर छात्रों और इंटर्न को समय पर मानदेय का भुगतान करे। हमारे पास इस तरह से सोमवार से पूरे कर्नाटक में बेमियादी हड़ताल पर जाकर अपना असंतोष दिखाने के सिवाए कोई विकल्प नहीं था।
हड़ताल के दौरान रेजिडेंट डॉक्टर केएआरडी से संबद्ध मेडिकल कॉलेजों में ओपीडी में नहीं जाएंगे। हालांकि इसमें आपात सेवाओं को छूट दी गई है।