Corona के चलते 2 दिन में सिमटा देहरादून का ऐतिहासिक झंडा मेला

निष्ठा पांडे
शुक्रवार, 2 अप्रैल 2021 (23:05 IST)
देहरादून के ऐतिहासिक झंडे के मेले को कोरोनावायरस संक्रमण के चलते दो दिन में समेट लिया गया। पिछले साल भी कोरोना के चलते कुछ ही दिन मेले का आयोजन किया गया था। जबकि, झंडे का मेला होली के पांचवें दिन से शुरू होकर रामनवमी तक चलता है। इस बार ये आयोजन सिर्फ दो दिन का होगा।
 
शुक्रवार दो अप्रैल को झंडे का आरोहण होने के बाद 4 अप्रैल को नगर परिक्रमा के बाद मेला संपन्न हो जाएगा। 
इस बार जिला प्रशासन ने कोरोना को लेकर झंडे के मेले के लिए गाइडलाइन जारी की थी। इसमें दुकान और झूला आदि प्रतिबंधित कर दिए गए थे। मेले का आकर्षण ये दोनों ही हैं। दुकानों, झूलों और बच्चों के लिए मनोरंजन के साधनों, जादू के खेल, मिन्नी सर्कस आदि के बगैर किसी मेले की कल्पना करना बेमानी है। अब झंडे का मेला, मेला नहीं सिर्फ धार्मिक आयोजन तक सीमित कर दिया गया।

शुक्रवार दो अप्रैल की सुबह सात बजे पुराने झंडे को उतारने का कार्यक्रम शुरू हो गया। दोपहर तीन बजे श्री दरबार साहिब के सज्जादानशीन श्रीमहंत देवेंद्र दास जी महाराज की अगुआई में नए झंडे का आरोहण हुआ।  इस साल रोपड़ निवासी जैलसिंह नगर (पंजाब) के जसवीर सिंह पुत्र सुरजीत सिंह को झंडे पर दर्शनी गिलाफ चढ़ाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। चार अप्रैल को सूक्ष्म स्वरूप में नगर परिक्रमा होगी। नगर परिक्रमा के साथ ही इस वर्ष का मेला संपन्न हो जाएगा।
 
मेला आयोजन समिति के व्यवस्थापक केसी जुयाल ने बताया कि झंडे के आरोहण के दौरान बेहद कड़ी व्यवस्था की गई है। अन्य राज्यों से आने वाली संगतों को आरटी-पीसीआर निगेटिव रिपोर्ट लेकर आना भी अनिवार्य किया गया है। आरोहण स्थल पर भी सीमित संख्या में संगतों से आने की अपील की गई। हालांकि, इस साल संगतों की संख्या पिछले सालों के मुकाबले कम रही।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने सोशल मीडिया के जरिए झंडे के मेले की बधाई दी। उन्होंने लिखा- मुझे विश्वास है कि कोविड-19 के इस चुनौतीपूर्ण दौर में पूरी सतर्कता, आस्था और जज्बे के साथ इस धार्मिक मेले का सफल आयोजन किया जाएगा।
Show comments

जरूर पढ़ें

प्रियंका गांधी ने वायनाड सीट पर तोड़ा भाई राहुल गांधी का रिकॉर्ड, 4.1 लाख मतों के अंतर से जीत

election results : अब उद्धव ठाकरे की राजनीति का क्या होगा, क्या है बड़ी चुनौती

एकनाथ शिंदे ने CM पद के लिए ठोंका दावा, लाडकी बहीण योजना को बताया जीत का मास्टर स्ट्रोक

Sharad Pawar : महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों से राजनीतिक विरासत के अस्तित्व पर सवाल?

UP : दुनिया के सामने उजागर हुआ BJP का हथकंडा, करारी हार के बाद बोले अखिलेश, चुनाव को बनाया भ्रष्टाचार का पर्याय

सभी देखें

नवीनतम

केशव प्रसाद मौर्य का दावा, 2047 तक सत्ता में नहीं आएगी सपा

LIVE: भारत का 5वां विकेट गिरा, ध्रुव जुरेल 1 रन बनाकर पैवेलियन लौटे

पीएम मोदी ने बताया, युवा कैसे निकाल रहे हैं समस्याओं का समाधान?

संभल में मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान बवाल, भीड़ ने किया पथराव, पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले

हिमाचल में बर्फबारी, मध्यप्रदेश और राजस्थान में बढ़ी ठंड

अगला लेख
More