मुंबई। महाराष्ट्र में एक सप्ताह से लगातार बढ़ रहे कोरोनावायरस संक्रमण (Coronavirus) के मामलों से मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में एक बार फिर लॉकडाउन (Lockdown) लौट सकता है। दरअसल, राज्य में लगातार बढ़ते मामलों को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी गंभीरता से लिया है और स्पष्ट शब्दों में कहा है कि फिर से लॉकडाउन की चेतावनी भी दी है। पूरे देश की भी बात करें तो सबसे ज्यादा मामले यानी करीब 72 फीसदी महाराष्ट्र और केरल से ही आ रहे हैं।
महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों के दौरान सर्वाधिक 924 सक्रिय मामले बढ़े हैं। दूसरी ओर मुंबई में मंगलवार को कोरोना के 461 नए मामले सामने आए और महानगर में इनकी संख्या बढ़कर 3 लाख 15 हजार से ज्यादा हो गई है। उल्लेखनीय है कि हाल ही में लोगों की सुविधा के लिए मुंबई की लाइफ लाइन कहलाने वाली लोकल ट्रेनें भी शुरू हो गई हैं। इसके चलते स्टेशनों पर भी भीड़ बढ़ गई है। इसको भी कोरोना संक्रमण बढ़ने का एक बड़ा कारण माना जा रहा है। साथ ही लोगों ने ऐहतियात बरतना भी लगभग बंद कर दिया है।
राज्य के मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी नागरिकों से मास्क पहनने और उचित दूरी का पालन करने जैसे निर्देशों का सख्ती से पालन करने या एक बार फिर लॉकडाउन का सामना करने के लिए तैयार रहने को कहा है।
मुंबई में कोरोना के बढ़ते मामले पर चिंता जाहिर करते हुए मुंबई की मेयर किशोरी पेडणेकर ने कहा है कि यह चिंता की बात है। उन्होंने कहा कि ट्रेनों में यात्रा करने वाले ज्यादातर लोग मास्क नहीं पहनते हैं। उन्होंने कहा कि लोगों ने सावधानी नहीं बरती तो एक और लॉकडाउन की नौबत आ सकती है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि ये आपके हाथ में है कि क्या लॉकडाउन फिर से लगाया जाए। दूसरी ओर शिवसेना ने भी 'सामना' में राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई है।
महाराष्ट्र में बीते रविवार को पिछले 1 महीने से अधिक समय में सबसे ज्यादा संक्रमण के 4 हजार 92 मामले आए, वहीं मंगलवार को 3663 नए मामले आए। पिछले 7 दिनों से रोजाना लगातार 3000 से ज्यादा मामले आ रहे हैं। देशभर में भी कोरोना के आंकड़ों में इजाफा हुआ है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार सुबह जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना संक्रमण के दैनिक मामलों की संख्या 11 हजार 610 दर्ज की गई जबकि एक दिन पहले मंगलवार को यह संख्या 9121 रही। नए मामलों के साथ संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 1 करोड़ 9 लाख 37 हजार से अधिक हो गया है। दूसरी ओर, सक्रिय मामलों में कमी आई है। इनकी संख्या अब 1 लाख 36 हजार 549 रह गई है।