कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में बिकरू कांड के बाद से लगातार हो रहे एक न एक खुलासे के चलते पुलिसकर्मियों और अपराधियों के बीच के गठजोड़ की कड़ियां खुल रही हैं और इन कड़ियों के खुलने से कानपुर पुलिस की किरकिरी पूरे प्रदेश में हो रही है लेकिन सबसे ज्यादा बिकरू कांड के बाद से कानपुर पुलिस व अपराधी विकास दुबे के संबंधों के बाद से कानपुर पुलिस सवालों के घेरे में है जिसको लेकर आईजी कानपुर का एक लेटर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें आईजी कानपुर ने कड़ा फैसला लेते हुए कानपुर परिक्षेत्र जिलों के कप्तानों को निर्देश जारी किया है और कहा है कि कोई भी पुलिसकर्मी किसी भी अपराधी के घरेलू कार्यक्रम में शिरकत करने नहीं जाएगा और न ही बुलाएगा।
क्या है आईजी कानपुर का फरमान : कानपुर के आईजी मोहित अग्रवाल ने पुलिसकर्मियों के लिए लिखित फरमान जारी करते हुए स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा है कि पिछले कुछ दिनों से ऐसे वाक्य सामने आए हैं जिसमें पुलिसकर्मी और अपराधियों के बीच उनके घर में होने वाले कार्यक्रमों में शामिल होते हुए पाया गया है और तो और कार्यक्रमों के वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुए हैं जिसमें साफतौर पर पुलिसकर्मियों को अपराधियों के साथ कार्यक्रम में शिरकत करते हुए देखा जा रहा है जिससे जनता के बीच अपराधी और पुलिस के गठजोड़ का संदेश पहुंच रहा है जो कि अनुचित है।
इसलिए आप सभी को निर्देशित किया जाता है कि जिसके ऊपर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, टॉप टेन सूची में शामिल है, भूमाफिया है या फिर सक्रिय अपराध की सूची में है और समाज में उसकी छवि ठीक नहीं है ऐसे व्यक्ति को न तो पुलिस अपने किसी कार्यक्रम में बुलाए और न ही इनके किसी भी पारिवारिक कार्यक्रम में जाए और प्रत्येक थाने में बनी संभ्रांत नागरिकों की सूची को पुनः चेक किया जाए उसमें कोई भी ऐसा व्यक्ति न हो जिसके ऊपर आपराधिक मामले चल रहे हों।
अगर ऐसा कोई भी व्यक्ति पाया जाए तो उसे थाने के भी किसी भी कार्यक्रम में सम्मिलित न किया जाए और किसी भी प्रकार से अपराधियों के साथ न ही कोई फोटो खिंचवाएं है और न ही मंच साझा करें। यह निर्देश आईजी कानपुर ने कानपुर नगर,कानपुर देहात, इटावा, औरैया, फतेहगढ़, कन्नौज के कप्तानों को जारी करते हुए तत्काल प्रभाव से लागू करने के लिए कहा है।