जम्मू। कश्मीर में गुजरात से आए एक पर्यटक की कोरोना के कारण मौत हो गई है। पहले उसका टेस्ट नेगेटिव था। इससे पहले पुणे के भी एक टूरिस्ट की मौत कोरोना के कारण कश्मीर में हो चुकी है। इस बीच कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ रहे मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य निदेशक कश्मीर ने सभी डॉक्टों की छुट्टियां अगले आदेश तक रद्द कर दी हैं।
स्वास्थ्य निदेशक ने इस बारे में सभी मुख्य स्वास्थ्य अधिकारियों और मेडिकल सुपरिटेंडेंट को निर्देश दिए हैं कि वे अपने अधीन आने वाले डाक्टरों, नर्सिंग, पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को छुट्टियों को रद्द कर दें।
स्वास्थ्य निदेशक डॉ. मुश्ताक ने अपने आदेश में कहा है कि सिर्फ गर्भवती महिलाओं या फिर आपात स्थिति पर ही स्वास्थ्यकर्मियों को छुट्टी मिलेगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अगले आदेश तक किसी भी स्वास्थ्यकर्मी को कोई छुट्टी न दें। दरअसल, पिछले कुछ दिनों से कश्मीर में अचानक कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े हैं।
इस बीच, श्रीनगर के सीडी अस्पताल में सोमवार तड़के गुजरात के एक 60 वर्षीय पर्यटक की मौत हो गई। कोरोना के लक्षण देखे जाने के बाद उसका टेस्ट करवाया गया। पॉजिटिव पाए जाने के बाद उसे 2 अप्रैल को सीडी अस्पताल श्रीनगर में भर्ती कर लिया गया। दिलचस्प बात यह है कि एक दिन पहले ही श्रीनगर पहुंचने पर उसका एयरपोर्ट पर कोरोना टेस्ट किया गया था, जो नेगेटिव आया था। मौत की पुष्टि करते हुए सीडी अस्पताल के एक डॉक्टर ने बताया कि जब मरीज को अस्पताल में लाया गया तो उसे सांस की दिक्कत हो रही थी। जांच करने पर वह कोविड-19 निमोनिया से पीड़ित था। इलाज के दौरान सोमवार तड़के उसने अंतिम सांस ली।
गत बुधवार को भी कश्मीर घाटी में एक अन्य महिला पर्यटक की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई थी। पुणे महाराष्ट्र की रहने वाली वह महिला भी एयरपोर्ट पर की गई कोरोना जांच में नेगेटिव पाई गई थी। हालांकि उसकी मृत्यु के बाद उसके बेटे को अस्पताल में भर्ती कर लिया गया था।
चिंता की बात यह है कि कश्मीर में घूमने के लिए दूसरे राज्यों से पहुंच रहे पर्यटक एयरपोर्ट में लिए जा रहे टेस्ट में पहले तो नेगेटिव पाए जा रहे हैं परंतु बाद में उनमें कोरोना का लक्षण देखने को मिल रहे हैं। कश्मीर में पिछले चार दिनों के भीतर कोरोना संक्रमण के कारण दो पर्यटकों की मौत हो चुकी है।
अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि कुछ और पर्यटक भी ऐसे हैं जो सीडी अस्पताल और जवाहर लाल नेहरू मेमोरियल अस्पताल में भर्ती हैं। वे भी एयरपोर्ट पर कोरोना जांच में नेगेटिव पाए गए थे। उन्होंने यह भी बताया कि जो पर्यटक हाईवे के रास्ते घाटी पहुंच रहे हैं, उनमें से कइयों का तो कहीं भी जांच ही नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी एक बार फिर अपने पसारने लगी है। ऐसे में ये लापरवाही गंभीर परिणाम ला सकती है।