हिल्सा से करीब 250 भारतीय तीर्थयात्रियों को सुरक्षित निकाला गया

Webdunia
बुधवार, 4 जुलाई 2018 (23:27 IST)
काठमांडो। नेपाल के हिल्सा पहाड़ी क्षेत्र से करीब 250 से ज्यादा मानसरोवर तीर्थयात्रियों को सुरक्षित निकाला गया। तिब्बत में कैलाश मानसरोवर तीर्थयात्रा से लौटते समय भारी बारिश के कारण नेपाल के पर्वतीय क्षेत्र में फंसे अन्य तीर्थयात्रियों को निकालने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं।

भारतीय दूतावास ने यहां एक बयान में बताया कि अन्य 336 लोगों को सिमिकोट से सुरखेत और नेपालगंज पहुंचाया गया है। भारतीय मिशन नेपालगंज-सिमिकोट-हिल्सा सेक्टर पर स्थिति पर नजर रख रहा है और इलाके से फंसे भारतीय नागरिकों और भारतीय मूल के लोगों को निकालने के लिए सभी मुमकिन उपाय कर रहा है।


दूतावास ने कहा कि हिल्सा-सिमिकोट सेक्टर में हेलीकॉप्टरों ने 50 उड़ानें भरीं और करीब 250 लोगों को हिल्सा से निकाला। उन्होंने बताया कि हिल्सा में अब 350 लोग फंसे हैं जबकि सिमिकोट में 643 लोग फंसे हुए हैं। हिल्सा में आधारभूत सुविधाएं नहीं है जबकि सिमीकोट में यात्रियों को उतारने, संचार और चिकित्सा सुविधाएं मौजूद हैं।

अधिकारी ने बताया कि 17 वाणिज्यिक उड़ानों और नेपाल सेना के तीन हेलीकॉप्टरों और एक छोटे चार्टर्ड हेलीकॉप्टर ने आज दिन में उड़ानें भरीं और 336 लोगों को सिमिकोट से सुरखेत और नेपालगंज पहुंचाया। सुरखेत पहुंचाए गए लोगों को नेपालगंज जाने के लिए बसें उपलब्ध कराई गईं।


नेपालगंज आधुनिक सुविधाओं से लैस बड़ा शहर है और सड़क मार्ग से वहां से लखनऊ तीन घंटे में पहुंचा जा सकता है। दूतावास ने बताया था कि कल 1500 तीर्थयात्रियों में से करीब 250 को हिल्सा से सुरक्षित निकाला गया। उसने बताया कि कल कुल 158 लोगों को सिमीकोट से निकालकर नेपालगंज लाया गया।  दूतावास ने बयान में बताया है कि फंसे हुए लोगों को निकालने की प्रक्रिया को तेज करने के मद्देनजर दूतावास चार्टर्ड हेलीकॉप्टरों की सेवा लेने की भी संभावना तलाश रहा है। ये मौसम की स्थिति और हेलीकॉप्टरों की इन मार्गों पर उड़ने की क्षमता पर निर्भर करेगा।

दूतावास ने तीर्थयात्रियों और उनके परिवार के सदस्यों के लिए पहले ही हॉटलाइन बना दी है जिसमें तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम भाषी कर्मचारी भी हैं। भारतीय दूतावास ने बताया कि एक जुलाई को सिमीकोट में अत्यधिक ऊंचाई में ऑक्सीजन की कमी से एक तीर्थयात्री की मौत हो गई थी और सोमवार को तिब्बत में दिल के दौरा पड़ने से अन्य व्यक्ति का निधन हो गया।


उसने एक बयान में कहा कि उनके शव विशेष हेलीकॉप्टरों से काठमांडो और नेपालगंज लाए गए। कैलाश मानसरोवर यात्रा के प्रमुख टूर ऑपरेटरों में से एक सनी ट्रैवल्स एंड ट्रेक्स के प्रबंध निदेशक तेनजिन नोरबू लामा ने बताया कि खराब मौसम के कारण वायु परिवहन संपर्क टूटने की वजह से भारतीय तीर्थयात्री फंस गए लेकिन उनके खाने-पीने और ठहरने में कोई दिक्कत नहीं है।

स्थानीय मीडिया ने लामा के हवाले से कहा कि पर्वतीय क्षेत्र में लंबे समय तक रहने के कारण ऑक्सीजन के कम दबाव से पीड़ित श्रद्धालुओं के लिए ऐसे इलाकों में पर्याप्त चिकित्सा सुविधाएं नहीं होती हैं। उल्लेखनीय है कि चीन के तिब्बत स्वायत्त इलाके में स्थित कैलाश मानसरोवर हिन्दुओं, बौद्ध एवं जैन धर्म के लोगों के लिये पवित्र स्थान माना जाता है और हर वर्ष सैकड़ों की संख्या में तीर्थयात्री वहां जाते हैं।  (भाषा)
Show comments

जरूर पढ़ें

Maharashtra : शिंदे ने शंकाओं को किया दूर, देवेंद्र फडणवीस का रिएक्शन आया सामने

संभल हिंसा को लेकर पुराना वीडियो वायरल, गलत दावे के साथ किया जा रहा शेयर

मजाक बनकर रह गई प्रक्रिया, वक्फ बोर्ड संसदीय समिति से बाहर निकले विपक्षी सांसद, 1 घंटे बाद वापस लौटे

PAN 2.0 Project : कैसे बनेगा नया पैन कार्ड, कितनी लगेगी फीस, आखिर सरकार क्यों लाना चाहती है नया प्रोजेक्ट, सारे सवालों के जवाब

CM of Maharashtra : कैसे मान गए शिंदे, इतनी आसानी से क्यों दे दी CM की कुर्सी, क्या है पर्दे के पीछे की कहानी

सभी देखें

नवीनतम

बांग्लादेश में इस्कॉन पर नहीं लगेगा बैन, हाईकोर्ट ने खारिज की याचिका

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की यूके यात्रा में मिले 60 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव

दिल्ली के प्रशांत विहार में PVR के पास तेज धमाका

इंदौर में लगे गजवा ए हिंद के पोस्‍टर के जवाब में हिंदुओं ने लिखा भगवा ए हिंद, कांग्रेस ने कहा, BJP की साजिश

आयुष्मान भारत योजना पर कोर्ट पहुंचे भाजपा सांसद, दिल्ली सरकार को नोटिस

अगला लेख
More