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जम्मू कश्मीर-उत्तराखंड में बर्फ की सफेद चादर बिछी, 4 जिलों में हिमस्खलन की चेतावनी

हमें फॉलो करें जम्मू कश्मीर-उत्तराखंड में बर्फ की सफेद चादर बिछी, 4 जिलों में हिमस्खलन की चेतावनी
, मंगलवार, 17 नवंबर 2020 (01:16 IST)
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर और उत्तराखंड के कई ऊंचाई वाले इलाकों में सोमवार को भारी बर्फबारी हुई जिससे बर्फ की सफेद चादर बिछ गई। भारी बर्फबारी से जनजीवन प्रभावित हुआ और इसके चलते जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद कर दिया गया। कश्मीर को हर मौसम में पूरे देश से जोड़ने वाला यह एक मात्र राजमार्ग है।
 
कश्मीर में अधिकारियों ने 4 जिलों के लिए हिमस्खलन की चेतावनी जारी की क्योंकि केंद्रशासित प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में से मध्यम से भारी बर्फबारी हुई। अधिकारियों ने कहा कि हिमस्खलन की चेतावनी उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा, बांदीपुरा और बारामूला जिलों तथा मध्य कश्मीर के गांदरबल जिले के लिए जारी की गई है।
वहीं, उत्तराखंड में ऊपरी हिमालयी क्षेत्रों में मौसम की पहली भारी बर्फबारी हुई जिससे पूरे राज्य में ठंड बढ़ गई। अधिकारियों के अनुसार बर्फबारी केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री, औली और हरसिल सहित ऊपरी हिमालयी क्षेत्रों में रविवार रात से ही शुरू हो गई थी तथा सोमवार सुबह तक जारी रही। इससे ये इलाके बर्फ से ढक गए।
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भारी बर्फबारी के चलते उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को केदारनाथ मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद बदरीनाथ रवाना होने में देरी हुई। हालांकि, सोमवार सुबह केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने से पहले दोनों मुख्यमंत्रियों ने भगवान शिव के दर्शन किए और पूजा में भाग लिया।
 
दोनों मुख्यमंत्री रविवार को केदारनाथ पहुंच गए थे और उन्हें सोमवार सुबह 8.30 बजे केदारनाथ के कपाट बंद होने के बाद बदरीनाथ मंदिर के लिए रवाना होना था।
 
चमोली में सूचना विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि दोनों मुख्यमंत्री केदारनाथ में थे क्योंकि खराब मौसम के कारण उनका हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर सका। केदारनाथ में रविवार रात से भारी बर्फबारी शुरू हुई और सोमवार तक जारी रही, जिससे उनके रवाना होने में देरी हुई।
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उधर, एक रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों ने 2 महिलाओं और एक बच्चे सहित 10 लोगों को बचाया। ये लोग ऊंचाई वाले सिंथान दर्रे में भारी बर्फबारी में फंस गए थे।
 
उन्होंने कहा कि बचाव अभियान रविवार देर रात तक चलाया गया। यह अभियान सिंथान दर्रे में नागरिकों के एक समूह के फंसे होने के बारे में सूचना मिलने के बाद चलाया गया। सिंथान दर्रा जम्मू क्षेत्र के किश्तवाड़ जिले को कश्मीर के अनंतनाग को जोड़ता है।
 
प्रवक्ता ने कहा कि बचाव दल में सेना और पुलिस के जवान शामिल थे। बचाव दल राष्ट्रीय राजमार्ग 244 पर रात के समय शून्य दृश्यता की स्थिति में पांच घंटे तक चला और फंसे हुए लोगों को सिंथान मैदान में ले आया जहां उन्हें भोजन और आश्रय प्रदान किया गया।
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केंद्रशासित प्रदेश में भारी बर्फबारी से प्रमुख सड़कों पर यातायात भी प्रभावित हुआ। अधिकारियों ने कहा कि जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग रामबन जिले में जवाहर सुरंग के आसपास बर्फबारी और कई स्थानों पर पहाड़ी से भूस्खलन के कारण यातायात के लिए बंद कर दिया गया।
 
अधिकारियों ने कहा कि घाटी और देश के बाकी हिस्सों को जोड़ने वाला वैकल्पिक संपर्क मुगल रोड तीसरे दिन भी बंद रहा क्योंकि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हुई जबकि जम्मू और अन्य हिस्सों के मैदानी इलाकों में रविवार दोपहर से बारिश हुई।
 
मौसम विज्ञान विभाग के अधिकारी के अनुसार बर्फबारी के बाद जम्मू का बनिहाल सबसे ठंडा इलाका रहा। वहां सोमवार सुबह 8.30 बजे तक पिछले 24 घंटे में 37.4 मिमी बारिश हुई। (सभी तस्वीरें : सुरेश दुग्गर) 

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