Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

राजस्थान में कई जगह भारी बारिश, शाहबाद में सर्वाधिक 195 मिलीमीटर वर्षा

हमें फॉलो करें राजस्थान में कई जगह भारी बारिश, शाहबाद में सर्वाधिक 195 मिलीमीटर वर्षा

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, शनिवार, 6 जुलाई 2024 (15:55 IST)
heavy rain in rajasthan : राजस्थान में मानसून की बारिश (rains) का दौर जारी है, जहां बीते 24 घंटे में कई जगह भारी से अति भारी बारिश (heavy rain) दर्ज की गई। इस दौरान बारां के शाहबाद (Shahbad) में सबसे अधिक 195 मिलीमीटर (करीब 8 इंच) बारिश हुई।
 
मौसम विभाग, जयपुर के अनुसार राज्य में बारिश अभी जारी रहेगी। मौसम केंद्र जयपुर (Jaipur) के अनुसार शनिवार सुबह 8.30 बजे तक जयपुर, बूंदी, कोटा, सवाई माधोपुर, करौली, टोंक, बारां व नागौर जिलों में विभिन्न स्थानों पर भारी वर्षा से अति भारी वर्षा दर्ज की गई।

 
शाहबाद में 195 मिलीमीटर (करीब 8 इंच) बारिश : इस दौरान सबसे अधिक बारिश बारां के शाहबाद में हुई, जहां यह 195 (करीब 8 इंच) मिलीमीटर दर्ज की गई। इसके अलावा टोंक के देवली में 155 मिमी, मालपुरा में 155 मिमी, पीपलू में 142 मिमी, टोंक तहसील में 137 मिमी, टोडारायसिंह में 126 मिमी और नगरफोर्ट में 115 मिमी बारिश हुई। हालांकि राज्य के कुछ इलाकों में अधिकतम तापमान भी 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर बना हुआ है। सर्वाधिक तापमान बीकानेर व फलौदी में 40.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
 
अति भारी बारिश होने की संभावना : मौसम कार्यालय ने कहा कि शनिवार को भी पूर्वी राजस्थान के कुछ भागों में बारिश जारी रहने व कहीं-कहीं भारी बारिश एवं जयपुर, भरतपुर संभाग में 1-2 स्थानों पर अति भारी बारिश होने की संभावना है। इसने कहा कि 7-8 जुलाई को भारी बारिश की स्थिति में कमी होने तथा उत्तर-पूर्वी राजस्थान में 1-2 स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है।

 
मौसम कार्यालय ने कहा कि 9-10 जुलाई से पुन: पूर्वी राजस्थान में बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने की संभावना है। इसी तरह पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर संभाग में आगामी 2-3 दिन दोपहर बाद मेघ गर्जन, आंधी के साथ बारिश होने की संभावना है। जोधपुर संभाग के पूर्वी व उत्तरी भागों में कहीं-कहीं बारिश की संभावना है।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

Hathras stampede: सूरजपाल उर्फ भोले बाबा, क्या सामने आएगा 'मौत के सत्संग' का सच?