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गुजरात में भारी बारिश, एनडीआरएफ तैनात, सड़कों पर यातायात ठप, आणंद में 320 मिलीमीटर

हमें फॉलो करें गुजरात में भारी बारिश, एनडीआरएफ तैनात, सड़कों पर यातायात ठप, आणंद में 320 मिलीमीटर
, शुक्रवार, 14 अगस्त 2020 (15:29 IST)
गांधीनगर। गुजरात में पिछले 24 घंटे में कई स्थानों पर भारी से अति भारी वर्षा हुई है और मौसम विभाग की ओर से आगामी तीन दिनों में भी कुछ स्थानों पर ऐसी वर्षा की चेतावनी के बीच आज भी तेज़ बरसात का दौर जारी है।
 
राज्य आपात संचालन केंद्र की ओर से शुक्रवार को जारी बुलेटिन के अनुसार पिछले 24 घंटे में राज्य के सभी 33 
जिलों के 251 में से 245 तालुका में वर्षा हुई। इनमें से 21 में 100 मिलीमीटर या अधिक तथा 86 में 50 मिमी 
अथवा अधिक दर्ज की गई। सर्वाधिक 320 मिमी मध्य गुजरात के आणंद में हुई। सूरत के उमरपाड़ा में 304 मिमी, 
सुरेंद्रनगर ज़िले के लख्तर में 219 मिमी, खेड़ा में 200, नर्मदा के देडियापाड़ा में 181, आनंद के बोरसद में 168, 
पेटलाद में 155 मिमी और सुरेंद्रनगर के वढवाड़ में 153 मिमी वर्षा हुई। 
 
शुक्रवार को सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक 172 तालुक़ा में वर्षा हुई है, जिसमें सर्वाधिक 160 मिमी 
सूरत के मांगरोल में थी। सूरत के ही कामरेज में 116, उमरपाड़ा में 105 और मांडवी में 96 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी। 54 तालुक़ा में 25 मिमी या उससे अधिक बरसात हुई है और इसका सिलसिला जारी है।
 
एनडीआरएफ की टीमें तैनात : भारी वर्षा और इसकी चेतावनी के बीच एनडीआरएफ की 13 टीमें राज्य भर में राहत और बचाव कार्यों के लिए तैनात की गई हैं। गुरुवार रात ऐसी एक टीम ने मोरबी ज़िले के अमरान गांव में वर्षा के कारण उफ़नाई एक बरसाती नदी के काजवे पर फंसे आधा दर्जन लोगों को बचाया।
 
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200 से ज्यादा सड़कों पर यातायात बंद : बरसात के कारण राज्य भर में मार्ग परिवहन भी प्रभावित हुआ है। 200 से अधिक सड़कें बंद हैं। राज्य सरकार की ओर से जारी आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार राज्य भर में 12 स्टेट हाई-वे समेत 225 सड़कें बंद हैं। इनमें 207 पंचायत निर्मित मार्ग भी हैं। 21 गांवों में वर्षा के कारण बिजली आपूर्ति भी बाधित हुई है।
 
इस बीच, राज्य में शुक्रवार सुबह 8 बजे तक कुल मानसूनी वर्षा का 70.32 प्रतिशत दर्ज हो चुका है। नदी, 
नालों में नए पानी के बहाव के कारण आए उफान से इन पर बने कई बड़े-छोटे बांध और जलाशय में जलस्तर भी बढ़ रहा है। 
 
इस मानसून में अब तक 23 तालुक़ा में 1000 मिमी अथवा अधिक, 116 में 500 से 1000 मिमी के बीच, 97 में 251 से 125 मिमी के बीच वर्षा हो चुकी है। एक भी तालुक़ा वर्षा रहित नहीं है तथा मात्र एक हाई तालुक़ा 
में 125 मिमी से कम वर्षा हुई है। (वार्ता)

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