अहमदाबाद। पश्चिमोत्तर और मध्यभारत के आसपास के क्षेत्रों में पश्चिमी विक्षोभ के चलते गुजरात के कुछ हिस्सों में 2 दिसंबर तक तेज बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने मंगलवार को यह अनुमान व्यक्त किया। विभाग ने इस अवधि में मछुआरों को अरब सागर में मछलियां पकड़ने के लिए नहीं जाने तथा किसानों को कटी हुई फसल सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और कृषि से जुड़ी गतिविधियां नहीं करने की सलाह दी है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने एक विशेष बुलेटिन में कहा कि बुधवार और गुरुवार को बनासकांठा, साबरकांठा, छोटा उदयपुर, अरावली, दाहोद और महिसागर, वडोदरा, नर्मदा, भडूच, तापी, अमरेली तथा भावनगर जिले में दूरदराज के स्थानों में भारी से बेहद भारी बारिश हो सकती है। इसमें कहा गया कि मंगलवार को उत्तर तथा दक्षिण गुजरात के कुछ जिलों के दूरदराज के स्थानों पर तथा सौराष्ट्र में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
बुलेटिन में कहा गया कि 1 और 2 दिसंबर को खराब मौसम तथा दक्षिण गुजरात तट और उससे सटे उत्तर-पश्चिम अरब सागर तक 45-55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आने वाली हवा की संभावना के मद्देनजर मछुआरों को इन 2 दिनों तक इन स्थानों पर नहीं जाने की सलाह दी जाती है।
आईएमडी ने गुजरात में किसानों को रबी की फसल की बोवाई नहीं करने और अनाज को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की सलाह दी है। साथ ही प्रभावित जिलों के किसानों को पानी की निकासी की व्यवस्था दुरुस्त रखने को कहा गया है ताकि खेतों में पानी नहीं भर पाए। पशुओं को भी सुरक्षित स्थानों पर रखने की सलाह किसानों को दी गई है।