छतरपुर जिले के टिकरी गांव में एक आम को लेकर हुआ विवाद इतना बढ़ गया कि हथियार निकल गए। इतना ही नहीं एक पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष की महिला के प्रायवेट पार्ट (गुप्तांग) में लाठी डालकर उसे लहूलुहान कर दिया।
दरसअल, चंदला थाना क्षेत्र के टिकरी गांव में घर के बाहर लगे आम के पेड़ पर दो पक्ष अपना-अपना हक जता रहे थे और इसे काटना चाह रहे थे। इसी बात को लेकर पहले कहा-सुनी हुई फिर बबाल मच गया। इस हमले में वृद्ध रूपसिंह उसकी पत्नी कमलेश, बेटा राकेश और राकेश की पत्नी जानकी बुरी तरह घायल हो गए।
आम के पेड़ को लेकर हुई इस लड़ाई में खूब लाठी डंडों और कुल्हाड़ी का इस्तेमाल किया गया। झगड़े के दौरान अपने पति और ससुर को बचाने आई महिला तक को नहीं छोड़ा और दूसरे पक्ष के लोगों ने उसके गुप्तांग में लाठी डाल दी, जिससे वह लहूलुहान हो गई। महिला और उसके घायल परिजनों को जिला अस्पताल लाया गया है, जहां उनका इलाज किया जा रहा है।
खून से लथपथ महिला ने बताया कि किस तरह उसके ससुर और पति को बचाने वह और उसकी सास पहुंची तो आरोपियों ने उसे भी नहीं बख्शा और उसके गुप्तांग में लाठी डालकर घायल कर दिया।
इस मामले में चंदला थाना प्रभारी जसवंतसिंह से बात की तो बताया कि विवाद दो पक्षों में हुआ है, जो एक ही जाति और परिवार के हैं। बताया जाता है कि दोनों का पारिवारिक जमीन को लेकर विवाद है, जिसका अभी बंटवारा भी हुआ है। इनके घर के सामने ही संयुक्त बगीचे में आम का फलदार वृक्ष लगा हुआ है। जिसे शिवराम और उसके परिजन काटना चाह रहे थे, जबकि दूसरा पक्ष ऐसा करने से मना कर रहा था।
रूपसिंह का कहना था कि यह फलदार वृक्ष है। दोनों ही परिवार उसके फल लेते हैं और वैसे भी अभी बंटवारा नहीं हुआ है। ऐसे में बगीचा और पेड़ दोनों के ही हुए। इसलिए इसका उपयोग करने का अधिकार तो दोनों को है, पर काटने का नहीं। इस बात को लेकर शिवराम और रूपसिंह में पहले मामूली विवाद हुआ जो बाद में खूनी संघर्ष में बदल गया।
इस झगड़े में रूपसिंह, उसकी पत्नी कमलेश, बेटा राकेश और बहू जानकी घायल हो गए हैं। वहीं दूसरे पक्ष से भी कुछ लोगों को चोट आई है। चंदला थाने में दोनों पक्षों पर मामला दर्ज कर लिया गया है। वहीँ घायलों को जिला अस्पताल भेज गया है।