लखनऊ। उत्तर प्रदेश में जिस दिन से गोरखपुर के नतीजे भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ आए थे और समाजवादी पार्टी ने यहां पर परचम लहरा दिया था उसी दिन से यह कयास लगाए जा रहे थे कि जल्द ही डीएम साहब की जिले से छुट्टी हो जाएगी और हुआ भी कुछ ऐसा ही। देर रात गोरखपुर के डीएम को हटा दिया गया और उनके स्थान पर कानपुर से कानपुर विकास प्राधिकरण के वीसी को गोरखपुर का नया डीएम बना दिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार देर रात उत्तर प्रदेश में 37 आईएएस अधिकारियों का तबादला इधर से उधर कर दिया गया। इसमें प्रमुख रुप से अगर रहे तो गोरखपुर के डीएम राजीव रौतेला को गोरखपुर से हटाकर उनके स्थान पर गोरखपुर के नए डीएम कानपुर के कानपुर विकास प्राधिकरण के वी.सी विजयेंद्र पांडियन बनाए गए हैं।
सूत्रों की माने तो 14 मार्च को ही यह तय हो गया था कि जल्द ही गोरखपुर के डीएम राजीव रौतेला की कुर्सी छीन सकती है और हुआ भी कुछ ऐसा ही जिसकी घबराहट खुद जिलाधिकारी के अंदर 14 मार्च को देखी जा रही थी।
जैसे-जैसे भारतीय जनता पार्टी समाजवादी पार्टी से पिछड़ रही थी वैसे रहते जिलाधिकारी नए-नए प्रकार की नियम बना रहे थे सबसे पहले तो उन्होंने मीडिया पर ही रोक लगा दी लेकिन जब इसका विरोध हुआ तो मजबूरन जिला अधिकारी को अपने कदम पीछे हटाने पड़े थे लेकिन कहीं ना कहीं उनकी घबराहट साफ दिख रही थी और जैसे ही गोरखपुर में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ नतीजे आए और समाजवादी का परचम लहराया उसके ठीक बाद से यह स्पष्ट हो गया था कि जल्द ही डीएम राजीव रौतेला का गोरखपुर से टाटा बाय-बाय हो सकता है।
हुआ भी ऐसा ही ठीक 2 दिन के बाद 16 मार्च की देर रात आईएएस की ट्रांसफर सूची में उनका नाम भी शामिल था.और उन्हें गोरखपुर से हटा देवीपाटन भेज दिया गया है।