झारखंड में अब गरीब मरीजों को 'आयुष्मान भारत योजना' के तहत निजी अस्पतालों में फ्री में इलाज कराना मुश्किल हो रहा है।सरकार की ओर से बकाए पैसों का भुगतान नहीं होने के चलते धनबाद के 25 निजी अस्पतालों ने आयुष्मान योजना के तहत इलाज बंद करने का निर्णय लिया है।इस बीच आक्रोशित मरीजों ने अस्पतालों के खिलाफ आंदोलन का निर्णय लिया है।
खबरों के अनुसार, धनबाद के 25 निजी अस्पतालों ने आयुष्मान भारत योजना से इलाज बंद करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय इलाज के बाद अस्पतालों को भुगतान नहीं होने के कारण लिया गया है।
डॉक्टरों ने कहा कि सभी अस्पतालों का बड़ा बकाया हो चुका है। ऐसे में अब इलाज करना संभव नहीं है। यही कारण है कि आयुष्मान भारत योजना के तहत नए मरीजों को भर्ती किया जाना बंद हो चुका है।
डॉक्टरों का कहना है कि आयुष्मान भारत योजना के तहत सभी अस्पतालों का बकाया 10 करोड़ रुपए से ज्यादा का है। बकाया इतना ज्यादा हो गया है कि अस्पतालों को अपना खर्च चलाना मुश्किल हो रहा है। इस बीच आक्रोशित डायलिसिस के मरीजों ने आंदोलन का निर्णय लिया है।