झारखंड विधानसभा में आज होने वाले विश्वास मत से पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व वाले गठबंधन के विधायक रविवार शाम को हैदराबाद से रांची पहुंचे। इन विधायकों ने विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लेने का विश्वास जताया। विधायक एक विशेष विमान से यहां बिरसा मुंडा हवाई अड्डे पर उतरे और उन्हें दो बसों में शहर के सर्किट हाउस ले जाया गया।
राज्य के मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि हमारे विधायक एकजुट हैं... हमारे पास 48 से 50 विधायकों का समर्थन है।
झामुमो विधायक मिथिलेश ठाकुर ने भी दावा किया कि झामुमो के नेतृत्व वाला गठबंधन विश्वास मत हासिल कर लेगा। उन्होंने दावा किया, राज्य में भाजपा के कई विधायक भी गठबंधन के समर्थन में हैं।
जीत का भरोसा नहीं : हालांकि भाजपा के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण ने कहा कि गठबंधन सरकार सोमवार को विश्वास मत हासिल नहीं कर पाएगी। उन्होंने कहा कि हैदराबाद में विधायकों को कड़ी निगरानी में रखा गया था, जिससे पता चलता है कि उन्हें जीत का भरोसा नहीं है।
झारखंड में चंपई सोरेन के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार को दो-दिवसीय विधानसभा सत्र के पहले दिन सोमवार को विश्वास मत हासिल करना है। चंपई सोरेन को 2 फरवरी को राजभवन में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने पद की शपथ दिलाई थी। उनके साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आलमगीर आलम और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता सत्यानंद भोक्ता ने मंत्री पद की शपथ ली थी।
ईडी ने सोरेन को किया था गिरफ्तार : बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को धनशोधन मामले में गिरफ्तार कर लिया था। पीएमएलए (धनशोधन रोकथाम अधिनियम) से संबंधित मामलों की सुनवाई वाली एक विशेष अदालत ने हेमंत सोरेन को विश्वास मत में भाग लेने की अनुमति दे दी है। शुक्रवार को अदालत ने हेमंत सोरेन को पांच दिनों के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया था।
इक्यासी-सदस्यीय झारखंड विधानसभा में झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन के 47 विधायक हैं और इसे सीपीआईएमएल (एल) के एक विधायक का बाहर से समर्थन प्राप्त है। इनपुट भाषा