देहरादून। हरिद्वार में धर्म संसद के आयोजक यति नरसिंहानंद के खिलाफ भी पुलिस ने अब मुकदमा दर्ज किया है।आज हरिद्वार पुलिस ने 23 दिसंबर को शहर कोतवाली में गुलबहार खान द्वारा दर्ज कराए गए मुकदमे में पुलिस ने उनका भी नाम जोड़ दिया है। उनके अलावा सागर सिंधु महाराज को भी मुकदमे का हिस्सा बनाया गया है।अमर्यादित भाषा और अभद्र टिप्पणी को लेकर इन दोनों के खिलाफ पुलिस को साक्ष्य मिले हैं।
हरिद्वार में 17 से 19 दिसंबर तक आयोजित तीन दिवसीय धर्म संसद में धर्म विशेष के लोगों पर अभद्र टिप्पणी की गई थी। जिसके बाद पूरे देश में इसके खिलाफ प्रतिक्रिया देखने को मिली थी।जिसके बाद पहले हरिद्वार नगर कोतवाली में गुलबहार खान की तहरीर पर पुलिस ने जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी (वसीम रिजवी) के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
इसके बाद 25 दिसंबर को महामंडलेश्वर धरमदास और महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा भारती के नाम केस दर्ज किया था। अब पुलिस ने इस मुकदमे में दो नाम और जोड़े हैं।पुलिस के अनुसार अब वायरल वीडियो क्लिप के आधार पर सागर सिंधु महाराज और यति नरसिंहानंद गिरि का नाम भी एफआईआर में जोड़ दिया है।
पुलिस कह रही है कि मुख्य आरोपी वसीम रिजवी एवं साध्वी अन्नपूर्णा को नोटिस तामील कराए जा चुके हैं बाकी संतों को भी नोटिस तामील कराए जाएंगे। पुलिस ने बताया कि अभी मामले की जांच जारी है।पुलिस की कार्यशैली को लेकर अब भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
वैष्णोदेवी मंदिर में मची भगदड़ से नहीं लिया कोई सबक : जम्मू-कश्मीर के कटरा स्थित माता वैष्णोदेवी मंदिर में मची भगदड़ में 12 लोगों की मौत हो गई। हालांकि इस घटना के बाद भी लोग सबक लेने को तैयार नहीं हैं। उत्तराखंड के मंदिरों में भी साल के पहले दिन भारी भीड़ उमड़ी। दर्शन के लिए मंदिरों के बाहर लंबी-लंबी लाइन लगी रही।
राजधानी देहरादून के टपकेश्वर मंदिर, हरिद्वार में हरकी पैड़ी, मनसा देवी मंदिर और हल्द्वानी के कालू सिद्ध मंदिर में लोगों की खासी भीड़ दिखाई दी।हरिद्वार के मां चंडी देवी, मनसा देवी, दक्षिण काली मंदिर, दक्ष महादेव, सुरेश्वरी देवी, माया देवी मंदिरों में सुबह से ही दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ रही।
हरकी पैड़ी पर गंगा में डुबकी लगाकर लोगों ने नए साल में मां गंगा का आशीर्वाद लिया।हरिद्वार में गंगा तीरे गंगा आरती में भीड़ खूब जुटी। गंगा आरती के लिए देशभर से आए श्रद्धालुओं में जबर्दस्त आकर्षण साल के पहले दिन देखा गया।
पुलिस की ओर से श्रद्धालुओं से कोविड से बचाव के लिए मास्क पहनने की मुनादी कराई भी जा रही थी लेकिन इसके बाद भी लोग इसके प्रति लापरवाह ही दिखे। धारी देवी मंदिर में तो श्रद्धालुओं का दवाब इतना बढ़ गया कि मंदिर समिति को कुछ घंटे के लिए पूजा को बंद करना पड़ा।