उत्तर प्रदेश में वायरल बुखार का कहर थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। अस्पतालों में बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। इन बढ़ते मरीजों की संख्या के बीच डेंगू और वायरल बुखार से कई लोगों की मौत हो गई।
खबरों के अनुसार, ब्रज में शनिवार को बुखार और डेंगू से 21 लोगों की जान चली गई, इसमें आगरा में 6 माह के बिट्टू 1 साल के दुर्गेश के अलावा संत किशोर व सुरभि की बुखार से मौत हो गई। मैनपुरी में 85 वर्षीय शांति देवी, ममता देवी, बलराम और मांडवी, किशोर और ललिता की मौत हो गई।
फिरोजाबाद में अर्पिता की बुखार से जान चली गई। वहीं कासगंज में 4 वर्षीय सोनू की और रितेश यादव पत्नी उमेशचंद्र उपाध्याय की बुखार से मौत हो गई। एटा में एक महिला सहित 4 लोगों की बुखार से मौत हुई है। आगरा के बाह क्षेत्र में 24 घंटे में 2 बच्चों समेत 4 लोगों की बुखार से जान चली गई।
पिनाहट क्षेत्र में अब तक बुखार से 29 लोगों की जान जा चुकी है, जिसमें 27 बच्चे शामिल हैं। प्रशासन के अधिकारी पिनाहट क्षेत्र का दौरा कर लोगों को जागरूक कर रहे हैं, फिर भी रहस्यमयी बुखार से मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है।
वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार गांव-गांव हेल्थ कैंप लगाकर ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण कर दवा वितरण कर रही है। जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को सतर्क रहने को कहा जा रहा है। अस्पतालों में वायरल बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है।
अस्पताल की ओपीडी से लेकर पैथालोजी तक मरीजों का तांता लगा है। वहीं जिले में डेंगू और मलेरिया के प्रति स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह मुस्तैद नजर आ रहा है। इसके लिए सभी सरकारी अस्पतालों पर डेंगू एंटीजन किट से संदिग्धों की जांच की जा रही है।
आमतौर पर डेंगू का मच्छर दिन में ही काटता है। यह जमीन से डेढ़ से दो फीट की ऊंचाई से ऊपर नहीं उड़ सकता है। डेंगू मच्छर कम पानी में पनपता है। 10 दिन के भीतर ही लार्वा अंडे का रूप लेने के बाद वयस्क मच्छर बन जाता है।