किसान ने एसडीएम ऑफिस पर लगाई आग, हालत गंभीर
खेत रौंदे जाने से नाराज था
- मवाना तहसील परिसर में किसान ने लगाई आग
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किसान जगपाल की हालत गंभीर
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राज्यमंत्री दिनेश खटीक पहुंचे अस्पताल
farmer set fire : मवाना तहसील परिसर में उस समय हड़कंप मच गया, जब एक फरियादी किसान ने खुद को आग लगा ली। किसान ने इस घटना एसडीएम दफ्तर के बाहर अंजाम दिया है। गनीमत रही कि मौके पर मौजूद लोगों ने फरियादी जगपाल की आग बुझाते हुए उसे सीएचसी उपचार के लिए भेजा। जगपाल की नाजुक हालत के चलते उसे मेरठ मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है।
राज्यमंत्री दिनेश खटीक पहुंचे अस्पताल : घटना की जानकारी मिलते ही हस्तिनापुर विधायक/ जलशक्ति संसाधन राज्यमंत्री दिनेश खटीक और स्थानीय प्रशासन मेरठ मेडिकल कॉलेच किसान के हालचाल जानने के लिए पहुंच गए। बताया जा रहा कि जगपाल पर जबरन सरकारी जमीन पर खेत जोतने का आरोप है। 2 दिन पहले जगपाल की खड़ी फसल को वन विभाग ने जोत दिया था जिसकी सुनवाई के लिए वह फरियाद लेकर अफसरों के चक्कर लगा रहा है।
मंत्री दिनेश खटीक का कहना है कि क्षेत्र के लोग मुझसे आकर मिले थे। उन्होंने बताया कि वह वन विभाग के खेतों में खड़ी फसल जोतकर जबरन कब्जा ले रहा है जिसके लिए वन विभाग के अधिकारियों से बात हुई थी कि वह फसलों को नष्ट न करें। यदि सरकारी जमीन पर कोई कब्जा लिए हुए है तो उसे नियमानुसार नोटिस दें। मंत्री दिनेश खटीक का कहना है कि जांच करवाई जा रही है और दोषी के खिलाफ एक्शन होगा।
ट्रैक्टर से रौंदते हुए सरकारी जमीन को कब्जा मुक्त किया : हस्तिनापुर विधानसभा क्षेत्र के अलीपुर मोरना गांव में खुद को आग के हवाले करने वाला किसान जगपाल रहता है। पिछले कई वर्षों से वन विभाग के निकट कृष्ण ब्लॉक की लगभग 3 हैक्टेयर जमीन पर ग्रामीण खेती कर रहे हैं। वन विभाग के डीएफओ राजेश कुमार ने सरकारी भूमि को कब्जा मुक्त कराने के लिए अपनी टीम भेजी थी। टीम के लगभग 1 दर्जन लोगों ने खेतों में लहलहाती फसल को ट्रैक्टर से रौंदते हुए सरकारी जमीन को कब्जा मुक्त किया।
जगपाल का खेत भी था : कब्जा मुक्त जमीन में जगपाल का खेत भी था जिसके लिए वह मवाना एसडीएम कार्यालय प्रार्थना पत्र लेकर पहुंचा था। एसडीएम दफ्तर के बाहर उसने अचानक से खुद को आग के हवाले कर दिया जिससे अफरा-तफरी मच गई। मवाना एसडीएम समेत तमाम लोग आग बुझाने में लग गए, वहीं कुछ लोगों के हाथ भी झुलस गए।
किसान जगपाल 70% झुलस गया है और उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। मेरठ डीएम का कहना है कि जगपाल एसडीएम ऑफिस आया था, परंतु उसने अपना शिकायती पत्र नहीं दिया औ अधिकारी के मिलने से पहले ही खुद को आग लगा ली। फिलहाल किसान का उपचार चल रहा है और उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
Edited by: Ravindra Gupta