नोएडा। उत्तर प्रदेश के आगरा के रियाज और उनकी पत्नी अपने 5 वर्षीय पोते की टि्वन टावर (Twin Towers) को गिरते देखने की इच्छा पूरी करने के लिए लगभग 200 किलोमीटर का सफर तय कर यहां पहुंचे। लेकिन शहर में प्रवेश करने के बाद पुलिस ने उन्हें टि्वन टावर के पास के क्षेत्र में प्रवेश नहीं करने दिया, क्योंकि आम लोगों को वहां जाने की अनुमति नहीं थी।
उनके पोते ने फेसबुक पर ध्वस्तीकरण संबंधी एक वीडियो देखने के बाद अदालत के आदेश पर नोएडा में गिराए जाने वाले टि्वन टावर का दृश्य देखने की जिद की, जिसके बाद परिवार आगरा से नोएडा आया। आम लोगों के लिए इलाके में प्रवेश पर लगी रोक के बावजूद रियाज और उनके परिवार की तरह कई अन्य लोग भी दूरदराज क्षेत्रों से इमारत के गिरने की कार्रवाई देखने नोएडा पहुंचे थे।
रियाज और उनका परिवार रविवार सुबह आगरा से नोएडा के लिए निकला था, लेकिन शहर में प्रवेश करने के बाद पुलिस ने उन्हें टि्वन टावर के पास के क्षेत्र में प्रवेश नहीं करने दिया क्योंकि आम लोगों को वहां जाने की अनुमति नहीं थी।
रियाज (49) ने कहा, हम अकरम (पोते) को ना नहीं कह सकते। वह हमारे घर में सबसे छोटा और सबका लाडला है। हम उसकी सभी इच्छाओं को पूरा करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वे अपने सबसे छोटे बेटे के पास ठहरेंगे, जो दिल्ली में काम करता है। पुलिस द्वारा अनुमति नहीं दिए जाने के बाद परिवार ने कहा कि वे कुछ देर बाद वापस आएंगे। रियाज की पत्नी रुखसाना ने कहा, शायद बाद में आने दें। थोड़ी देर बाद फिर आएंगे।
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी निवासी अक्षय मिश्रा (18) अपने परिवार को बिना बताए नोएडा पहुंचे, क्योंकि वह टि्वन टावर को गिरते देखना चाहते थे। वह बस से चार घंटे का सफर तय करने के बाद नोएडा में सीधे उस स्थान पर पहुंचे, जहां टावर ध्वस्त किए जाने थे।(भाषा)