प्रयागराज। भाजपा के बरेली से विधायक राजेश मिश्र की बेटी साक्षी ने दलित युवक से ब्याह रचाने पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल कर सुरक्षा की मांग की है।
याचियों के न्यायालय में नहीं आने के कारण याचिका की अगली सुनवाई 15 जुलाई को निर्धारित की गई है। साक्षी एवं अन्य की याचिका पर यह आदेश न्यायमूर्ति वाईके श्रीवास्तव ने दिया है।
याचीगण का कहना है कि उन्होंने शादी कर ली है। बरेली के जिले के विधायक राजेश मिश्रा की बेटी साक्षी ने अपने पति अभितेश कुमार की जान को खतरा बताते हुए याचिका दाखिल की है और दोनों के शांतिपूर्ण जीवन में
किसी के हस्तक्षेप पर रोक लगाने की मांग की गई है।
याचिका में दलित से शादी के खिलाफ अपने पिता एवं परिवार के दूसरे लोगों से जान का खतरा बताया गया है। याची का कहना है कि दोनों बालिग है और अपनी मर्जी से मंदिर में शादी कर ली है। याचिका में बरेली पुलिस पर भी विधायक पिता के दबाव में काम करने का आरोप लगाया गया है।
याची ने जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से शिकायत की, लेकिन सुरक्षा नहीं की गई। याची अधिवक्ता ने सुरक्षा कारणों से याचियों के अदालत में न आ पाने के कारण 15 जुलाई की तिथि तय करने की मांग की, जिसे
न्यायालय ने स्वीकार कर लिया।
मुझसे किसी को कोई खतरा नहीं : भाजपा विधायक राजेश कुमार मिश्र ने एक बयान में कहा कि मीडिया में उनके खिलाफ जो कुछ भी चल रहा है, वह गलत है।
मिश्र ने कहा कि 'मेरी पुत्री बालिग है और उसे अपने फैसले लेने का हक है। न तो मैं, न मेरा कोई आदमी या न ही परिवार के किसी सदस्य ने किसी को भी जान से मारने की धमकी नहीं दी है।
उन्होंने कहा कि वे और उनके परिवार के लोग व्यस्त हैं और 'मैं अपने क्षेत्र में जनता का काम कर रहा हूं और इस समय हम भाजपा का सदस्यता अभियान चला रहे हैं। मेरी ओर से किसी को कोई खतरा नहीं है।